गर्मी बढ़ते ही घंटों गुल रहने लगी बिजली

गुस्सा विद्युत विभाग के प्रति फूट रहा है.

By Prabhat Khabar Print | May 22, 2024 2:17 PM

साहिला भदानी. झुमरीतिलैया. गर्मी में जिले में एक बार फिर बिजली संकट गहराने लगा है. ऐसे में लोगों का गुस्सा विद्युत विभाग के प्रति फूट रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग जम कर विभाग के प्रति भड़ास निकाल रहे हैं. दिन हो या रात इन दिनों घंटों हो रहे लोड शेडिंग से लोग परेशान हैं. ऊपर से तकनीकी खराबी अलग से परेशानी का कारण बन रहा है़ झुमरीतिलैया जैसे शहरी क्षेत्र की स्थिति यह है कि यहां 24 घंटे में 12 से 14 घंटे भी ठीक से बिजली नहीं मिल पा रही है. बिजली की अघोषित कटौती से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर करीब तीन बजे तक शहर की विद्युत आपूर्ति बाधित रही. ऐसे में लोगों ने विभाग के प्रति सोशल मीडिया पर जम कर भड़ास निकाला. लोगों की मानें, तो एक तरफ लगातार पड़ रही भीषण गर्मी ने परेशानी बढ़ा रखी है, तो वहीं बिजली की अघोषित कटौती ने सुख चैन छीन रखा है. विभाग द्वारा किये जा रहे अघोषित कटौती से लोग परेशान हैं. बिजली की स्थिति को लेकर लोगों में नाराजगी है. स्थिति यह है कि न तो बिजली के आने का समय तय होता है और न ही कटने का. सुबह हो या शाम बिजली की घंटों अघोषित कटौती ने लोगों को परेशान कर दिया है. गर्मी के बढ़ते प्रभाव के बीच बिजली की आंखमिचौनी से लोगों की दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो रही है. रात में लगातार घंटों हो रही कटौती से इन्वर्टर डिस्चार्ज होने के बाद लोग सोशल मीडिया पर विभाग के प्रति जम कर भड़ास निकाल रहे हैं. लोग विभाग के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी कोस रहे हैं. लोगों का कहना है कि प्लांट में सारा संसाधन अपना होने के बाद भी यहां के लोग अंधकार झेलने को मजबूर हैं. लोग डीवीसी प्लांट का प्रदूषण झेल रहे हैं. सड़क पर उड़ रहे प्लांट का डस्ट लोकल जनता फांक रही है और बिजली दूसरे राज्य में जा रही है. जबकि स्थानीय प्रतिनिधि मूकदर्शक बन कर बैठे हैं. इन्शुलेटर टूटने व कई जगह तार आपस में टकराने से आयी समस्या : सहायक अभियंता बिजली कटौती के संबंध में पूछने पर विद्युत विभाग के सहायक अभियंता गजेंद्र टोप्पो ने बताया कि केटीपीएस बांझेडीह प्लांट के समीप 33 केवी मेन लाइन के पोल में किसी वाहन के टकरा जाने से तीन इन्शुलेटर टूटने के साथ ही कई जगह तार आपस में टकरा गया था. इस कारण बुधवार को विद्युत आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हुई. मरम्मत का कार्य पूर्ण होने के बाद विद्युत आपूर्ति पुनः सुचारू कर दिया गया़ गुरुवार से जिले में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त होने की उम्मीद है. —————– गर्मी बढ़ते ही विद्युत विभाग की स्थिति भी खराब हो जाती है. विभाग का हर साल का यही रोना है. शहरी क्षेत्र होने के बाद भी 24 में से 12 घंटे भी सही से बिजली नहीं टिकती. घर में छोटे बच्चे हैं. तापमान अलग झूलसाता है. बिजली नहीं होने से इन्वर्टर भी डिस्चार्ज हो जाता है. परेशानी बढ़ती जा रही है़ किसी का इस ओर ध्यान नहीं है. अनुराग शर्मा — गर्मी की शुरुआत होते ही शहर की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी हो जाती है. कभी मेंटेनेंस के नाम पर, तो कभी लोड शेडिंग के नाम पर घंटों कटौती की जाती है. भीषण गर्मी में शहरवासियों का जीना दूभर हो रहा है. जनप्रतिनिधियों का भी इस ओर ध्यान नहीं होता है. अजय वर्मा — प्रत्येक वर्ष गर्मी की शुरुआत होते ही शहरी विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चौपट हो जाती है. पिछले कई वर्षों से शहर की ऐसी ही स्थिति बनी है. चुनाव आते हैं, प्रतिनिधि बड़े बड़े वादे करते हैं. मतदाता मतदान करते हैं, लेकिन स्थिति कभी नहीं बदलती. हमारे जनप्रतिनिधियों को इस ओर सोचने की जरूरत है. संजय सोनी —- शहर की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था कभी नहीं सुधरने वाली़ इसको लेकर कभी भी ठोस पहल नहीं की जाती. गर्मी आते ही लोड शेडिंग से लेकर मेंटेनेंस और न जाने किन किन कारणों से घंटों अघोषित कटौती होती है. अगर जल्द ही स्थिति नहीं सुधरी, तो इस बार हम सभी बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे. विशाल भदानी

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