पेयजल संकट का 48 घंटे के अंदर होगा समाधान

जिला प्रशासन ने गरमी में पेयजल संकट से निबटने की शुरू की तैयारी पेयजल संकट को रोकने के लिए नोडल पदाधिकारी नियुक्त, बनाया गया नियंत्रण कक्ष डीडीसी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी नवंबर महीने से अब तक 1577 चापानलों की मरम्मत की जा चुकी है कोडरमा बाजार : जिले में गरमी को देखते हुए […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 24, 2017 7:36 AM

जिला प्रशासन ने गरमी में पेयजल संकट से निबटने की शुरू की तैयारी

पेयजल संकट को रोकने के लिए नोडल पदाधिकारी नियुक्त, बनाया गया नियंत्रण कक्ष

डीडीसी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी

नवंबर महीने से अब तक 1577 चापानलों की मरम्मत की जा चुकी है

कोडरमा बाजार : जिले में गरमी को देखते हुए जिला प्रशासन ने पेयजल संकट से निबटने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. गरमी में पेयजल समस्या के निदान व नलकूपों की मरम्मत के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. यह कक्ष 24 घंटे काम करेगा और शिकायत प्राप्ति के 48 घंटे में समस्या का समाधान होगा. प्रखंड स्तर पर पेयजल की समस्या के निराकरण हेतु नोडल पदाधिकारी नियुक्त किये गये हैं. हर प्रखंड में छह वाहन इसके लिए रखे जायेंगे और प्रति प्रखंड दो टीम लगायी जायेगी, ताकि समस्या का निश्चित समय अवधि में समाधान हो सकें. उक्त बातें गुरुवार को समाहरणालय में आयोजित प्रेस वार्ता में उप विकास आयुक्त आदित्य कुमार आनंद व पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने कहीं.

उन्होंने बताया कि जिलास्तरीय नियंत्रण कक्ष में स्थापित कर्मियों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर दिये गये हैं. पदाधिकारियों ने बताया कि शिकायत दर्ज करने के लिए हर प्रखंड में एक शिकायत पंजी रखी जायेगी. पंचायत स्तर पर भी शिकायत की जा सकती है. इस वर्ष आंसिक रूप से आच्छादित दुर्गम स्थानों में पीने का पानी पहुंचे इसके लिए भी व्यापक व्यवस्था की जा रही है. ऐसे 16 पंचायतों को चिह्नित कर लिया गया है. नवंबर महीने से अब तक 1577 चापानलों की मरम्मत की जा चुकी है. जहां से भी शिकायते आ रही हैं, उनका समाधान किया जा रहा है. लोगों से अपील की गयी है कि वे अपनी शिकायतें दर्ज करायें, ताकि पीने के पानी की कमी कहीं न रहे.

Next Article

Exit mobile version