शिक्षक नियुक्ति घोटाला : उपायुक्त ने की निलंबित करने की अनुसंशा की

शिक्षक नियुक्ति गड़बड़ी मामले में उपायुक्त संजीव कुमार वेसरा ने डीएसई पी.बी.शाही सहित प्रधान लिपिक अजीत कुमार एवं लिपिक धर्मेन्द्र कुमार को निलंबित करने की अनुसंशा की है. डीसी ने झारखण्ड सरकार के स्कूली एवं साक्षरता बिभाग के सचिव को अनुशासनात्मक कार्यवाई हेतु अनुशंसा की . शिक्षक नियुक्ति गडबडी में उप विकास आयुक्त एवं अपर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 24, 2016 9:18 PM

शिक्षक नियुक्ति गड़बड़ी मामले में उपायुक्त संजीव कुमार वेसरा ने डीएसई पी.बी.शाही सहित प्रधान लिपिक अजीत कुमार एवं लिपिक धर्मेन्द्र कुमार को निलंबित करने की अनुसंशा की है. डीसी ने झारखण्ड सरकार के स्कूली एवं साक्षरता बिभाग के सचिव को अनुशासनात्मक कार्यवाई हेतु अनुशंसा की .

शिक्षक नियुक्ति गडबडी में उप विकास आयुक्त एवं अपर समाहर्ता कोडरमा के जांच प्रतिवेदन के आधार पर पुरेन्द्र विक्रम साही, जिला शिक्षा अधीक्षक, अजीत कुमार, प्रधान लिपिक एवं धमेन्द्र कुमार, लिपिक को निलंबित करने की अनुशंसा की है. उपायुक्त संजीव कुमार बेसरा ने सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (प्राथमिक, माध्यमिक एवं व्यस्क शिक्षा) झारखण्ड, रांची को इसके लिए अनुशंसा कर दिया है.
इनलोगो के उपर शिक्षण कार्य हेतु निर्गत आवासीय प्रमाण पत्र के आधार पर महिला अभ्यर्थियों को क्षैतिज आरक्षण का लाभ देकर नियुक्त किया जाना, मेघा सूची में अंको की बढोतरी,हेरा-फेरी कर अभ्यर्थियो का चयन किया जाना, नर्सरी शिक्षा प्रमाण पत्र के आधार पर प्रारंभिक मध्य विधालय में नियुक्ति हेतु चयन किया जाना जैसे आरोप पाये गये. जांच प्रतिवेदन से स्पष्ट पाया गया कि शिक्षक नियुक्ति में जान-बुझकर गडबडिया अनियमतताएँ की गई है.

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