डॉक्टर पर हुई कार्रवाई की जांच शुरु

कोडरमा : भ्रूण जांच के आरोप में डॉक्टर गली में संचालित धनवंतरी अल्ट्रासाउंड की संचालिका डॉ कुमारी सीमा की गिरफ्तारी व पूरी कार्रवाई के मामले की जांच को लेकर गठित उच्च स्तरीय टीम बुधवार को कोडरमा पहुंची. स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय टीम की अगुवाई लोक स्वास्थ्य संस्थान रांची […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 13, 2019 1:30 AM

कोडरमा : भ्रूण जांच के आरोप में डॉक्टर गली में संचालित धनवंतरी अल्ट्रासाउंड की संचालिका डॉ कुमारी सीमा की गिरफ्तारी व पूरी कार्रवाई के मामले की जांच को लेकर गठित उच्च स्तरीय टीम बुधवार को कोडरमा पहुंची. स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय टीम की अगुवाई लोक स्वास्थ्य संस्थान रांची के निदेशक डॉ संजय कुमार कर रहे थे.

टीम में डॉ संजय के अलावा स्टेट प्रोग्राम अफसर टीवी डॉ राकेश दयाल, मेटरनल हेल्थ की स्टेट नोडल अफसर डॉ दीपाली शामिल थे, जबकि जांच के दौरान टीम के साथ पीसीपीएनडीटी की स्टेट कंसल्टेंट डाॅ रफत फरजाना भी मौजूद थीं.

जिस दिन अल्ट्रासाउंड सेंटर पर कार्रवाई हुई थी उस दिन रफत छापामारी का नेतृत्व कर रही थीं. टीम के सदस्यों ने सबसे पहले सीएस डॉ हिमांशु भूषण बरवार से मुलाकात की और मामले की जानकारी ली. इसके बाद सदस्यों ने डीसी भुवनेश प्रताप सिंह से मुलाकात कर बातचीत की. वहीं बाद में टीम ने आइएमए के सदस्यों से भी राय ली. इस दौरान डॉक्टरों ने डाॅ सीमा को फंसाने का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की. हालांकि, टीम ने इसको लेकर साक्ष्य मांगे.

इस संबंध में पूछे जाने पर टीम के पदाधिकारी ने पत्रकारों से कहा कि आइएमए ने मामले में साजिश के तहत कार्रवाई का आरोप लगाया है, इसको लेकर कागजात व अन्य पहलुओं से जानकारी ली जा रही है. पूरी रिपोर्ट राज्य स्तर पर सौंपी जायेगी. हालांकि, टीम के अधिकारी ने यह भी कहा कि कोडरमा में लिंगानुपात में भारी कमी आयी है. ऐसे में इस तरह का अभियान चलना चाहिए. ज्ञात हो कि बीते दिन डाॅ सीमा की गिरफ्तारी के बाद इसे साजिश बताते हुए आइएमए ने पांच दिन तक हड़ताल रखी थी, जबकि पिछले दो दिनों से राज्य भर के अल्ट्रासाउंड सेंटरों में गर्भवती महिलाओं की जांच नहीं की जा रही है.

आइएमए का आरोप था कि डाॅ सीमा को षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है और जब इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के पास बात रखी गयी तो उन्होंने टीम गठित करते हुए तीन दिन के अंदर रिपोर्ट तलब करने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ऐसे में आइएमए, झासा व अन्य संगठनों ने पूरे राज्य में तीन दिन तक अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर गर्भवती की जांच नहीं करने का निर्णय लिया था, जो अभी जारी है. इस विरोध के बाद उच्च स्तरीय टीम जांच के लिए कोडरमा पहुंची.

राज्य को सौंपी जायेगी रिपोर्ट

सीएस डॉ हिमांशु बरवार ने बताया कि जांच के लिए पहुंची टीम ने मामले में डीसी, मजिस्ट्रेट संतोष कुमार सिंह व मेरे से जानकारी हासिल की है. इसके अलावा आइएमए के अध्यक्ष डॉ एसके झा, सचिव डॉ एसके राज, झासा के डॉ शरद कुमार, डॉ रंजन कुमार से भी उनका विचार लिया है. पूरी रिपोर्ट राज्य को सौंपी जायेगी.

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