Jharkhand News: कोडरमा में लगातार हो रही कार्रवाई के बावजूद क्षेत्र में माइका-ढिबरा का अवैध उत्खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है. माफिया बेखौफ होकर रात के अंधेरे में अवैध उत्खनन कर रहे हैं. वन विभाग की टीम ने एक ऐसे ही मामले में कार्रवाई करते हुए सफलता हासिल की है.
क्या है मामला
वन विभाग की टीम ने रविवार की देर रात अवैध ढिबरा खनन को रोकने के लिए डोमचांच के धजवा पहाड़ी में छापामारी की. इस दौरान यहां अवैध उत्खनन कार्य में लगे जेसीबी मशीन, दो शक्तिमान व एक मोटरसाइकिल को जब्त किया, जबकि अवैध खनन में लगे लोग अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे. हालांकि, विभाग ने जब्त जेसीबी, शक्तिमान व मोटरसाइकिल मालिक व अवैध खनन करने वाले की पहचान करते हुए सभी को नामजद आरोपी बना वन वाद दर्ज किया है.
गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, डीएएफओ सूरज कुमार सिंह को मिली गुप्त सूचना के आधार पर देर रात करीब 11:30 बजे डोमचांच प्रक्षेत्र की टीम ने यह कार्रवाई की. टीम का नेतृत्व डोमचांच वन क्षेत्र पदाधिकारी रवींद्र कुमार कर रहे थे. टीम जब धजवा पहाड़ी पहुंची, तो यहां अवैध खनन होता देखा. हालांकि, टीम को देखते ही लोग फरार हो गए. टीम ने मौके पर से जेसीबी, शक्तिमान, मोटरसाइकिल को जब्त किया. जब्त वाहनों को बाद में डोमचांच थाना पुलिस के सहयोग से वन क्षेत्र कार्यालय लाया गया. छापामारी अभियान में रेंजर के अलावा एएसआई विकास पासवान, वनपाल रामेश्वर साव, वन रक्षी राजेश शर्मा, राजेश कुमार यादव, अमरेंद्र कुमार आदि शामिल थे.
इन्हें बनाया गया आरोपी
अवैध उत्खनन को लेकर वन विभाग ने 7 लोगों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 (बिहार संशोधन अधिनियम 1989) की धारा 33, 41, 42 एवं भू-संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत वन वाद दायर किया है. इसमें जेसीबी मालिक वेद नारायण मेहता उर्फ लॉट्री, मनोज चौधरी, महेश मेहता, शक्तिमान मालिक रवि मेहता, मुकूल मेहता, मोटरसाइकिल मालिक अनंत कुमार मेहता व अवैध खननकर्त्ता अजय मेहता को आरोपी बनाया गया है.
Posted By: Samir Ranjan.