115 एकड़ में जल संचयन व बागवानी की रखी नींव

खूंटी स्थित कर्रा प्रखंड के दो गांव गुनी और मानपुर परिवर्तन के साक्षी बन रहे हैं. जल संचय और हरियाली के लिए यहां के सखी मंडल की दीदियों का साथ मिल रहा है. राज्य सरकार के पानी रोको-पौधा रोपो अभियान का मकसद है : गांव का पानी गांव में रहे और बाहर न जाये. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी से जुड़ीं सखी मंडल की दीदियां अभियान को सफल बना रही हैं.

By Prabhat Khabar | June 7, 2020 4:29 AM

खूंटी : खूंटी स्थित कर्रा प्रखंड के दो गांव गुनी और मानपुर परिवर्तन के साक्षी बन रहे हैं. जल संचय और हरियाली के लिए यहां के सखी मंडल की दीदियों का साथ मिल रहा है. राज्य सरकार के पानी रोको-पौधा रोपो अभियान का मकसद है : गांव का पानी गांव में रहे और बाहर न जाये. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी से जुड़ीं सखी मंडल की दीदियां अभियान को सफल बना रही हैं.

इन लोगों ने कर्रा के दो गांव गुनी व मानपुर की करीब 115 एकड़ जमीन पर जल संचय के लिए ट्रीटमेंट किया. कर्रा प्रखंड की घुनसुली पंचायत के गुनी गांव में छह सखी मंडलों की 75 दीदियों ने खुद ही 90 एकड़ जमीन पर गड्ढे खोदे. इसमें जल संचयन के साथ- साथ बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत आम की बागवानी होनी है.

जल संचय की उम्मीद जगी खूंटी जिले में अब तक सखी मंडलों की दीदियों के माध्यम से करीब 300 एकड़ भूमि का ट्रीटमेंट हो चुका है. असर भी दिख रहा है. पिछले दिनों की बारिश से निर्मित ट्रेंच कम बंड (टीसीबी), लूज बोल्डर स्ट्रक्चर (एलबीएस), कैटल प्रोटेक्शन ट्रेंच (सीपीटी) और सोख्ता गड्ढा आदि में पानी भरने लगे हैं. इन जगहों पर पानी भरा देखकर अब ग्रामीण आगामी दिनों में जलस्तर की वृद्धि और खेतों के लिए अधिक पानी मिलने के प्रति आश्वस्त दिखे.पहले विरोध, फिर मिला साथगुनी गांव की सक्रिय महिला सदस्य तनीषा हस्सा बताती हैं कि इस काम के लिए शुरुआत में गांव के अन्य लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा था.

लेकिन, दीदियों ने हिम्मत नहीं हारी और गड्ढा खोदने के कार्य में लगी रहीं. ग्रामसभा और महिला ग्राम संगठन के निरंतर प्रयास के बाद मदद मिलने लगी. गड्ढों में आम के पौधे लगाये जायेंगे. इसके अलावा शेष जमीन पर जल संचयन के तहत ट्रेंच कम बंड (टीसीबी), लूज बोल्डर स्ट्रक्चर (एलबीएस), कैटल प्रोटेक्शन ट्रेंच (सीपीटी), सोख्ता गड्ढा आदि के लिए दीदियों ने गड्ढे खोदे.मानपुर गांव में 25 एकड़ जमीन पर हुआ ट्रीटमेंटकर्रा प्रखंड का एक और गांव है मानपुर.

डुमागारी पंचायत के तहत इस गांव के सखी मंडल की दीदियों ने गांवों में हरियाली व जल संचय में बेहतर कार्य किया है. इन दीदियों ने अपने-अपने गांव में रहते हुए उत्प्रेरक की भूमिका निभायी है. इस गांव की दीदियों ने 25 एकड़ जमीन का उपचार किया है.

मनरेगा के तहत सबको मिले काम : आलम

ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि मनरेगा के तहत प्रवासी व अप्रवासी लोगों को काम मुहैया कराया जा रहा है. मनरेगा के तहत जल संचयन और आम बागवानी के कार्य में सखी मंडल की दीदियों का सहयोग बेहतर परिणाम देगा.

जेएसएलपीएस की पूरी टीम प्रयासरत है. : शैलेश रंजन

जेएसएलपीएस, खूंटी के जिला कार्यक्रम प्रबंधक शैलेश रंजन ने कहा कि जेएसएलपीएस की पूरी टीम महिला सशक्तीकरण की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं. ऐसे में विभिन्न आधरभूत संरचनाओं के माध्यम से इस सशक्तीकरण में प्रगतिशील बदलाव देखने को मिलता है.

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