पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के सुप्रीमो दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद उग्रवादी संगठन को एक और बड़ा झटका लगा है. पीएलएफआई उग्रवादियों द्वारा छिपाकर रखे गये विस्फोटकों और गोलियों का जखीरा खूंटी पुलिस के हाथ लगा है. जिस जगह से पुलिस को विस्फोटक और गोलियां मिलीं हैं, वहीं सेदो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. बताया जा रहा है कि दोनों पीएलएफआई के समर्थक हैं.
डीपाटोली कोटांगेर के जंगल से मिले हथियार और विस्फोटक
पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है. पुलिस ने बताया है कि पीएलएफआई के उग्रवादियों ने रनिया के डीपाटोली कोटांगेर के जंगल में हथियारों का जखीरा छिपाकर रखा था. गोली, विस्फोटक के साथ-साथ अन्य सामग्रियां भी जंगल से बरामद हुईं हैं. जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वे कोटांगेर निवासी ललित खेरवार और गोहारोम निवासी शिवनारायण सिंह उर्फ मास्टर हैं.
जंगल से क्या-क्या हुआ बरामद
खूंटी के जंगलों से बरामद किये गये सामानों में 35 पीस जिलेटिन, वायर के साथ डेटोनेटर 35 पीस, चार सिकंजा मशीन, चार कट्टा, एक मैगजीन लगा हुआ .303 का अर्द्धनिर्मित बॉडी पार्ट, दो ड्रिल मशीन, 25 पीस हथियार बनाने के सामान, 4420 पीस 5.56 एमएम की गोलियां, 300 पीस एके-47 की गोलियां, 6 पीस पिस्टल की अर्द्धनिर्मित मैगजीन, 6 पीस वेल्डिंग तार, 6 पीस बड़ा स्प्रिंग, गईता, तिरपाल, पर्चा सहित अन्य सामान शामिल हैं.
खूंटी के एसपी को मिली थी गुप्त सूचना
खूंटी के एसपी अमन कुमार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि पीएलएफआई उग्रवादियों ने जंगल में गोलियां और विस्फोटक छिपा रखे हैं, जिन्हें कहीं अन्यत्र ले जाने की योजना है. इस सूचना के बाद ही एसपी ने छापेमारी दल का गठन किया. टीम ने छापेमारी कर डीपाटोली कोटांगेर में छुपाकर रखी गयी गोलियां, विस्फोटक व अन्य सामग्रियां बरामद कर ली. वहां से दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया.
पीएलएफआई का पुराना समर्थक है ललित खेरवार
गिरफ्तार ललित खेरवार पीएलएफआई का पुराना समर्थक है. वह जेल भी जा चुका है. एसपी ने बताया कि लगभग ढाई साल पहले दिनेश गोप ने उसे सभी सामग्री को छुपाने के लिए दिया था. ललित खेरवार उन सामानों को दूसरी जगह स्थानांतरित करने की फिराक में था. बरामद की गयी 5.56 एमएम की गोली संभवतः दिनेश गोप अपने एचके-33 हथियार में उपयोग करता था. यह गोली एचके-33 और इंसास दोनों में प्रयोग हो सकता है.
पीएलएफआई के हथियार और गोला-बारूद का भंडार हुआ कम
उन्होंने कहा कि पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है. इससे पीएलएफआई को बड़ा झटका लगा है. अब पीएलएफआई के पास हथियार और गोलियां कम हो गयीं हैं. अब इस संगठन के पास कुछ ही एके-47 बचे हैं. इसके सदस्यों की संख्या भी बहुत कम रह गयी है.पुलिस उनसे सरेंडर करने के लिए कह रही है. अगर वे सरेंडर नहीं करेंगे, तो पुलिस कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लेगी. दोनों प्रयास चल रहे हैं.
दिनेश गोप से पूछताछ कर रही है खूंटी पुलिस
एसपी ने कहा कि एनआईए द्वारा पकड़े गये पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप से खूंटी पुलिस भी पूछताछ कर रही है. पूछताछ में किसी प्रकार की सूचना मिलने पर कार्रवाई की जायेगी. छापेमारी अभियान में एएसपी (अभियान) रमेश कुमार, एसडीपीओ ओम प्रकाश तिवारी, इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, रनिया थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक संदीप कुमार, मिथिलेश जमादार और सशस्त्र बल तथा सैट 120 के जवान शामिल थे.