टाटा स्टील में ट्रेड अप्रेंटिस के पद पर नौकरी का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए बुरी खबर है. दरअसल कंपनी की तरफ कहा गया है कि अब उनकी टाटा स्टील में सीधी बहाली नहीं हो सकेगी. जब कभी भी ट्रेड अप्रेंटिस के पद के लिए वैकेंसी निकलेगी सभी की नियुक्ति टाटा स्टील की अनुषंगी कंपनियों में भी होगी. इसके अलावा, कंपनी में अन्य बहालियां भी फुल टाइम कांट्रैक्ट (एफटीसी) के आधार पर होगी.
बेहतर प्रदर्शन रहने पर ही उनकी नियुक्ति टाटा स्टील टेक्निकल सर्विसेज लिमिटेड और टाटा स्टील सपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड में बहाली होगी. दोनों कंपनी पहले से ही मेरामंडली (अधिग्रहित भूषण स्टील) में काम कर रही है, जिसमें चार हजार कर्मचारी हैं. जबकि जमशेदपुर प्लांट के मशीन शॉप में 24 कर्मचारी बहाल हुए थे और अभी तकरीबन और 90 कर्मचारी बहाल हो चुके हैं. इन नयी कंपनियों के माध्यम से टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में ही 115 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं.
क्या है वजह
टाटा स्टील मैनेजमेंट के तरफ से इस संबंध जो जानकारी सामन निकलकर आयी है उसके मुताबिक अब तक ट्रेड अप्रेंटिस की एनएस 4 ग्रेड में होती है. यानी कि उनकी बहाली के समय ही उनकी सीटीसी 40 हजार रुपये होती है. इसके चलते ही कंपनी के प्रबंधन समिति ने ये बड़ा फैसला लिया है. इसके अलावा कर्मचारियों की लायबिलिटी को भी कंपनी कम करना चाहती है.
कर्मचारियों को इस बात का लग रहा डर
अब कर्मचारियों को इस बात का डर सताने लगा है कि कि कहीं जुस्को की तर्ज पर स्थायी कर्मचारियों का भी इसमें ट्रांसफर नहीं कर दिया जाये. बता दें कि इससे पहले जब टाटा स्टील का सीमेंट प्लांट बिका था, तो कर्मचारी भी ट्रांसफर कर दिये गये थे. कमेटी मीटिंग में कर्मचारी और कमेटी मेंबर इसकी आशंका जता चुके हैं. अगर ऐसा हुआ तो टाटा वर्कर्स यूनियन को इसके लिए लंबी लड़ाई लड़नी होगी. फिलहाल इसे लेकर मीटिंग का दौर जारी है.