जानकारी के मुताबिक बहरागोड़ा के भंडारिया और बनकट्टा में सत्यनारायण जैन के दो ईंट भट्ठा को पहले भी विभाग ने सील किया था, लेकिन सील खोल कर उत्पादन किया जा रहा था. इन दोनों ईंट भट्ठा में शिशिर दास और सुखेन दास पाये गये, जो मुंशी का काम देखते हैं और दोनों भाई भी है. इन दोनों से पूछताछ कर उनका स्वीकारोक्ति बयान भी लिया गया, जिसमें दोनों ने सत्यनारायण जैन द्वारा ईंट भट्ठा संचालन करने की बात कही है. इसके बाद पुलिस के साथ खनन पदाधिकारी आसनी गांव गये, जहां गिरिजा शंकर पहराज द्वारा ईंट भट्ठा का संचालन किया जा रहा था. इसके अलावा रघुनाथपुर में बाबा भट्ठा का संचालन भी किया जा रहा था.
वहां भी बड़े पैमाने पर मिट्टी का अवैध भंडारण किया गया था. अवैध भट्ठा को पहले भी बंद कराये जाने के बाद भी भट्ठे का संचालन किया जा रहा था. खनन पदाधिकारी के मुताबिक इन भट्ठों से रॉयल्टी जुर्माना के साथ वसूला जायेगा और आपराधिक मुकदमा भी दायर किया जायेगा.