जमशेदपुर: टाटा मोटर्स में गुरुवार को ड्यूटी के दौरान धीरेंद्र कुमार िसंह की मौत के मामले में उनके आश्रित को कंपनी में स्थायी नौकरी और इंज्यूरी ऑन डेथ (कार्यस्थल में मौत-आइओडी) पर फैसला शुक्रवार को होगा. अस्पताल परिसर में देर शाम सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी ने बैठक की.
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टाटा मोटर्स: ड्यूटी के दौरान धीरेंद्र की मौत मामले में आश्रित को स्थायी नौकरी पर फैसला आज, पत्नी ने कहा नौकरी मिलने के बाद ही उठायेंगे शव
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स में गुरुवार को ड्यूटी के दौरान धीरेंद्र कुमार िसंह की मौत के मामले में उनके आश्रित को कंपनी में स्थायी नौकरी और इंज्यूरी ऑन डेथ (कार्यस्थल में मौत-आइओडी) पर फैसला शुक्रवार को होगा. अस्पताल परिसर में देर शाम सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी ने बैठक की. बैठक में यूनियन नेताओं और परिजनों ने […]
बैठक में यूनियन नेताओं और परिजनों ने कंपनी में ड्यूटी के दौरान कर्मचारी की मौत होने पर प्रावधान के तहत स्थायी नौकरी देने की मांग की. सिटी डीएसपी ने प्रबंधन और यूनियन के नेताओं को इससे संबधित कागजात के साथ सुबह 11 बजे बैठक बुलाने का निर्णय लिया. बैठक में टेल्को यूनियन अध्यक्ष अमलेश, महामंत्री प्रकाश कुमार, उपाध्यक्ष आकाश दुबे, सहायक सचिव नवीन कुमार, कैसर खान, कमेटी मेंबर अमोल सिंह सहित झाविमो जिलाध्यक्ष बबुआ सिंह राहुल सिंह सहित कई लोग मौजूद थे.
परिजनों को मिला जेवीएम व जेएमएम का साथ. मृतक के आश्रित के समर्थन में जेवीएम और झामुमो नेता दिन भर अस्पताल परिसर में डटे रहे. मृतक की पत्नी पुनीता सिंह ने कहा कि कंपनी में नौकरी नहीं मिली, तो वह शव को नहीं उठायेगी. जेएमएम नेता प्रकाश सहाय ने कहा कि वे आश्रित परिवार के साथ हैं. इधर भाजपा नेता डीडी त्रिपाठी ने भी मृतक के परिजनों को नौकरी देने की मांग की है.
पत्नी बोली अब बच्चों का क्या होगा. मृतक की पत्नी पुनीता देवी ने कहा कि बच्चों के सिर से पिता का साया हट जाने के बाद उनका क्या होगा. घर में वे अकेले कमाने वाले थे. प्रबंधन के गलत रवैये के कारण उनके पति की मौत हो गयी. धीरेंद्र सिंह मूलतः उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के हरदिया गांव के रहने वाले थे. पिता रामानंद सिंह का पूर्व में ही निधन हो गया था. धीरेंद्र सिंह अपने परिवार में अकेले कमाने वाले थे. टेल्को कॉलोनी रोड नंबर 26 स्थित के-2/07 क्वार्टर में रहने वाले धीरेंद्र अपने पीछे पत्नी पुनीता देवी, दो बच्चे पीछे छोड़ गये हैं. उनकी बड़ी बेटी जागृति 11 और छोटा बेटा प्रभात आठ वर्ष के हैं. दोनों बच्चे टेल्को के वैली व्यू स्कूल में क्रमश: पांचवी और दूसरी क्लास में पढ़ते हैं. धीरेंद्र की एक बूढ़ी मां है.
धीरेंद्र कुमार की आकस्मिक मौत दुर्भाग्यपूर्ण है. धीरेंद्र 13 अप्रैल को ड्यूटी पर आये थे, लेकिन अपने कार्यस्थल पर रिपोर्ट नहीं कर पाये थे, जो मुख्य गेट से सौ मीटर दूरी पर स्थित है. अपने विभाग जाने के क्रम में धीरेंद्र नीचे गिर गये. तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. प्रारंभिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. धीरेंद्र शुगर, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग से पीड़ित थे.
प्रवक्ता, टाटा मोटर्स
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