अभियान तीन सप्ताह तक चलेगा, इसके बाद इसे रूटीन टीकाकरण में शामिल कर लिया जायेगा. अभियान को आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के अलावा गांव-गांव में चलाया जाना है. सभी प्रखंड में आज इसकी शुरुआत की गयी है. पहले दिन पूरे जिले में लगभग 2500 से ज्यादा बच्चों को टीका दिया गया. साकची स्थित कुष्ठ रोग विभाग के ऑफिस में पत्रकारों को जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉक्टर एसके झा ने यह बात कही. उन्होंने बताया कि एक से 15 साल के बीच करीब 6,30,500 बच्चों को टीका लगाया जायेगा. उन्होंने बताया कि पांच साल में जिला में कुल 22 लोगों की मौत जापानी बुखार से हुई है.
सबसे अधिक मौत जुगसलाई सह गोलमुरी प्रखंड के अंतर्गत हुई है. इस दौरान आरसीएच पदाधिकारी डॉ महेश्वर प्रसाद, जिला सर्विलेेंस पदाधिकारी डॉ साहिर पाल आदि उपस्थित थे.