आदित्यपुर: सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना (एसएमपी) को इस साल वित्तीय वर्ष के अंतिम माह (मार्च) में आवंटित राशि की निकासी की सीमा से राहत मिली है. इसमें 15 प्रतिशत से अधिक के खर्च पर लगायी गयी रोक को विभाग ने हटा लिया. इसके कारण इस माह परियोजना के लिए सरकार से मिली सौ करोड़ की राशि खर्च कर दिये गये. नयी व्यवस्था से एसएमपी के संवेदकों ने काफी राहत महसूस किया है.
एसएमपी के मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम के अनुसार परियोजना के कार्यों को पूरा करने के लिए सरकार से इस माह सौ करोड़ रुपये प्राप्त हुए, लेकिन मार्च में 15 प्रतिशत से अधिक खर्च नहीं किये जाने के नियम से काम प्रभावित हो रहा था, इसलिए विभाग के सचिव को इसकी जानकारी दी गयी. उन्होंने वित्त विभाग से सहमति प्राप्त कर इस संबंध में निर्देश जारी किया. इसके बाद उक्त राशि से परियोजना के संवेदकों का भुगतान किया गया.
करोड़ों का बिजली बिल बकाया
एसएमपी पर बिजली विभाग का करोड़ों रुपये बकाया है. परियोजना के मुख्य अभियंता श्री राम ने बताया कि इसके अलग-अलग विभागों में बिजली बिल की बकाया राशि अलग-अलग है. बिल की राशि के आवंटन के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है. चांडिल डैम के बिजली बिल का भुगतान वर्ष 2013 से नहीं हुआ है. बिल की बकाया राशि 9 करोड़ तक पहुंच गयी हा. विभाग ने मार्च 2015 से अभी तक के बिल को क्लियर करने का निर्देश दिया है. दूसरी ओर इसके सुवर्णरेखा भवन स्थित प्रशासक कार्यालय, ईचा-गालूडीह व चांडिल कॉम्प्लेक्स के कार्यालय व कॉलोनी पर करीब एक करोड़ बकाया है.