राखामाइंस: पिता की घटनास्थल पर मौत, दोनों बच्चे गंभीर, दो बच्चों को गोद में लेकर ट्रेन के आगे कूद गया पिता

जमशेदपुर. पोटका के कालिकापुर गांव निवासी गौरी मोहन (32) ने अपने दो बच्चों विशाल (8) और मुनकी (6) के साथ राखामाइंस स्टेशन के पास मालगाड़ी के सामने बच्चों के साथ छलांग लगा दी. इस घटना में गौरी मोहन की मौके पर मौत हो गयी, जबकि उसके दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये. बेटी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 26, 2017 6:08 AM
जमशेदपुर. पोटका के कालिकापुर गांव निवासी गौरी मोहन (32) ने अपने दो बच्चों विशाल (8) और मुनकी (6) के साथ राखामाइंस स्टेशन के पास मालगाड़ी के सामने बच्चों के साथ छलांग लगा दी. इस घटना में गौरी मोहन की मौके पर मौत हो गयी, जबकि उसके दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये. बेटी मुनकी का दाहिना पैर का तलवा कट गया है व बेटा विशाल को गंभीर चोट आयी है.

दोनों बच्चों को रेलकर्मी पहले टाटानगर रेल अस्पताल लाये. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को एमजीएम रेफर कर दिया गया, जहां दोनों इलाजरत हैं. इधर मृतक के पास से पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है. सूत्रों के अनुसार, इसमें आत्महत्या का कारण पत्नी व अपने ससुरालवालों को बताया गया है. इधर, गौरी के छोटे भाई पंकज समेत घर के लोगों ने बताया कि गौरी मानसिक रूप से विक्षिप्त था.

पंकज के अनुसार गौरी शनिवार को अपने दोनों बच्चे को होटल में नाश्ता कराने के बहाने ले गया. इसके बाद वह दोनों को लेकर जादूगोड़ा होते हुए राखामाइंस पहुंच गया. परिवार और पुलिस के अनुसार आत्महत्या का कारण पत्नी के साथ झगड़ा बताया जा रहा है. गौरी सुबह सात बजे ही घर से दोनों बच्चों को लेकर निकला और राखा माइंस स्टेशन के समीप काफी देर तक भटकता रहा. इसी क्रम में उसने दोनों बच्चों को तरबूज खिलाया. उसी दौरान अचानक से मालगाड़ी के आने के साथ ही दोनों बच्चों के साथ मालगाड़ी के आगे कूद गया. इस दौरान झटका लगने से दोनों बच्चे पटरी से दूर फेंका गये. मृतक के शव को जादूगोड़ा पुलिस ने अपने कब्जे में कर यूसिल जादूगोड़ा अस्पताल शीतगृह में रखा है. पत्नी के साथ अनबन की भी बात सामने आ रही. गौरी के आत्महत्या करने का कारण परिवार के लोग विक्षिप्त होना बता रहे हैं. वहीं सूत्रों की मानें तो गौरी की अपनी पत्नी और ससुराल के लोगों के साथ काफी विवाद चल रहा था. साथ ही उसको पत्नी के आचरण पर भी संदेह थे.

बच्चों से काफी प्यार करता था गौरी मोहन
गौरी मोहन भकत कारीगरी का काम करता था. भाई पंकज के अनुसार गौरी अपने दोनों बच्चों से काफी प्यार करता था. पुत्र विशाल नेताजी अकादमी स्कूल में पढ़ता है, जबकि पुत्री मुनकी आंगनबाड़ी जाती है. वह बच्चों को प्रतिदिन नाश्ता कराने ले जाता था और घर में भी काफी खिलौना और खाने का सामान लाता था.

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