जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल के गायनिक वार्ड में सभी बेड फुल है. बेड खाली नहीं रहने के कारण गर्भवती व अन्य मरीजों का इलाज बरामदे में किया जा रहा है. अभी गायनिक वार्ड में 76 मरीज है, जबकि वार्ड में सिर्फ 54 बेड की क्षमता है. अतिरिक्त मरीजों के लिए 22 बेड बरामदे में लगाये गये है. हालांकि गर्भवती को यहां रखकर इलाज करने में काफी परेशानी डॉक्टरों को रही है.
प्रतिदिन 20 से 25 प्रसव, गंभीर मरीजों की संख्या अधिक
गायनिक डॉक्टरों के अनुसार अस्पताल में प्रतिदिन 20 से 25 प्रसव होते है. इसमें प्रतिदिन तीन से चार ऑपरेशन भी शामिल है. अस्पताल में अधिकांश रेफर केस आते है जिनमें गर्भवती की स्थिति गंभीर होती है. ऐसे मरीजों का तुरंत ऑपरेशन करना पड़ता है. बेड नहीं रहने के कारण ऑपरेशन के बाद ऐसे मरीज को बरामदे में रखना जोखिम भरा है.
इससे संक्रमण की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता. यहां डॉक्टर व स्टॉफ की कमी भी परेशानी का कारण बनती है. ओपीडी में प्रतिदिन 70 से 80 महिलाओं की जांच होती है. जिसमें तीन से चार मरीज हर दिन भरती किये जाते है.