जमशेदपुर. सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक प्रोन्नति नहीं, बल्कि वरीयता व योग्यता के आधार पर सीधे प्रधानाध्यापक बनेंगे. इसके लिए शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है. विभाग ने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कर जमा करने का निर्देश दिया है जो स्नातकोत्तर प्रशिक्षित हों. साथ ही कम से कम 24 वर्षों की बेदाग सेवा पूरी की हो. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों राज्य स्तरीय बैठक में संबंधित निर्देश मिला है. इसके आलोक में सूची तैयार कर जल्द ही विभाग को भेजी जायेगी.
हर पंचायत में एक पुस्तकालय : इसके अलावा प्रत्येक जिले के हरेक पंचायत में एक-एक पुस्तकालय खोलने की भी राज्य सरकार की योजना है. इसके लिए पंचायतों में एक-एक विद्यालय का चयन करने को कहा गया है, जहां पुस्तकालय की स्थापना की जा सके. इसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में सहयोग करना है. पुस्तकालय में संबंधित पंचायत के किसी भी विद्यालय के छात्र-छात्राएं किताबों का लाभ ले सकेंगे.