जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में डॉक्टरों व कर्मचारियों के लेट आने के कारण मरीजों को हो रही परेशानी की शिकायतों की जांच के लिए प्राचार्य डॉ एससी अखौरी शनिवार की सुबह 9.30 बजे अचानक अस्पताल आ धमके. सबसे पहले ओपीडी फिर आर्थो व सर्जरी विभाग गये, यहां कोई सीनियर डॉक्टर नहीं था. कुछ जूनियर डॉक्टर जरूर थे. इस क्रम में उन्होंने देखा कि एनेस्थीसिया विभाग बंद है. प्राचार्य ने व्यवस्था दी कि अगर एनेस्थीसिया का डॉक्टर ऑपरेशन भी करा रहा है तो विभाग को खुला रहना चाहिए था. उन्होंने सर्जरी, ऑर्थेा ओपीडी व एनेस्थीसिया के डॉक्टरों को शो-कॉज करने का आदेश देते हुए तीन दिन में जवाब मांगा है. उनके साथ अधीक्षक डॉ विजय शंकर दास भी शामिल थे.
मॉडल ओटी को देखा
प्राचार्य डॉ एसी अखौरी ने इमरजेंसी में बने मॉडल ओटी को देखा. ओटी में एनेस्थीसिया विभाग से संबंधित कोई उपकरण नहीं है, दरवाजा खराब हो गया पाया गया. उन्होंने तत्काल इसमें सुधार करने व ओटी शुरू करने को कहा.
डॉ सिन्हा ने स्वयं बना ली हाजिरी
प्राचार्य ने कहा कि अगर कोई डॉक्टर अनुपस्थित किया जाता है और वह अपनी हाजिरी फिर से खुद बना लेता है तो यह गलत है. उन्होंने कहा कि निरीक्षण में डॉ एमके सिन्हा ड्यूटी से गायब मिले तो उन्हें अनुपस्थित कर दिया गया था. बाद में उन्हें पता चला कि उन्होंने अपनी हाजिरी बना ली है. इसके लिए उन्हें शो-कॉज किया जायेगा.