अगर देर हुई तो समझौता लटक जायेगा. ज्यादा उम्मीद है कि सोमवार को ही समझौता हो जाये, थोड़ी दिक्कत हुई तो मंगलवार की सुबह बोनस समझौता हो जायेगा. सूत्रों की मानें तो 107.1 करोड़ रुपये की जिद्द छोड़ वार्ता आगे बढ़ने पर मैनेजमेंट ने आगे बढ़कर बारगेनिंग का प्रस्ताव दिया, जिसमें शर्त्त रख दी कि सर्विसेज पूल के कर्मचारियों को बोनस नहीं मिलेगा और उनका बेसिक व डीए फ्रीज हो जायेगा, जिसके बाद उनकी राशि नहीं बढ़ेगी.
सूत्र बताते हैं कि इस पर लगभग यूनियन राजी हो गयी है. पूरे तौर पर नहीं लेकिन सर्विसेज पूल को आंशिक तौर पर नुकसान होने की शर्त्त पर यूनियन समझौता कर सकती है. मैनजेमेंट से यूनियन की टेलीफोनिक बातचीत के आधार पर यह तय हुआ है कि कुछ राशि जरूर बढ़ेगी. बोनस की राशि पर ऊहापोह की स्थिति है, लेकिन बातचीत आगे बढ़ रही है. हालांकि, मैनेजमेंट और यूनियन की ओर से इस पर अधिकारिक बयान नहीं दिया गया है न ही कोई जानकारी ही दी गयी है. ऐसे में कयासों का दौर चल रहा है. यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू लगातार वार्ता कर रहे हैं.