जमशेदपुर : टाटा मोटर्स कंपनी का बाइ सिक्स कर्मचारी प्रेमनाथ सिंह कैंसर से पीड़ित हैं. इनकी स्थिति दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है. जिंदगी और मौत के बीच की जंग में मदद की सारी उम्मीदें क्षीण पड़ती जा रही हैं. मदद के लिए प्रेमनाथ की पत्नी प्लांट हेड से लेकर यूनियन के पदाधिकारियों तक से गुहार लगा चुकी है लेकिन कहीं से कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है.
एक साल पूर्व (2015) जब बोनस समझौता हुआ था तब प्रेमनाथ का नाम स्थायी होने वाले उन 321 कर्मचारियों की सूची में शामिल था. लेकिन कैंसर साबित होने के कारण वे मेडिकली अनफिट होने की वजह से वे स्थायी नहीं हो सके. साथ ही उनकी बाइसिक्स की भी नौकरी चली गयी. एक तरफ गंभीर बीमारी और दूसरी तरफ कंपनी से नौकरी छूटने का दर्द लिये प्रेमनाथ को कुछ हद तक परिजनों व कुछ कर्मचारियों का साथ मिला. उनके सहयोग से अब तक उनके इलाज पर दस लाख से ज्यादा रुपये खर्च हो चुके हैं. पत्नी के गहने बिक चुके हैं लेकिन प्रेमनाथ की स्थिति में सुधार अब तक कोई नहीं हुआ है. अब इनके परिवार का भरण-पोषण मुश्किल हो गया है.
बाइ सिक्स के तौर पर प्रेमनाथ ने कंपनी में अपने जीवन के बहुमूल्य दस साल दिये और कंपनी को आगे बढ़ाने में अपना पसीना बहाया. कंपनी की मांग के अनुसार ड्यूटी की और बीच-बीच में काम से बैठाये भी गये. अब जबकि उन्हें मदद की जरूरत थी, तो एेन वक्त प कहीं से कोई सहयोग नहीं मिला. इस संबंध में कंपनी के प्रवक्ता का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
क्या कहता है नियम
10 साल स्थायी होने के बाद ही दूसरे के नाम पर रजिस्ट्रेशन हो सकता है. बाइ सिक्स में रहते दूसरे के नाम पर रजिस्ट्रेशन का प्रावधान नहीं है.
बीमारी की वजह से पति नौकरी नहीं कर सकते हैं. बड़ी बेटी को कंपनी या कंपनी के किसी स्कूल में उसकी योग्यता के आधार पर नौकरी मिले, ताकि परिवार का पालन पोषण हो सके.
– पूनम देवी, पत्नी
स्कॉलरशिप से पढ़ायी, ट्यूशन से चल रहा परिवार
प्रेमनाथ की दो बेटियां प्रीति, प्रिया बच्चों को ट्यूशन पढ़ा परिवार का पालन पोषण कर रही हैं. प्रेमनाथ के तीनों बच्चे स्कॉलरशिप से अपनी पढ़ायी कर रहे हैं. छोटी पुत्री प्रिया जैक की परीक्षा में इस साल गुरु गोविंद सिंह हाइस्कूल की टॉपर थी. टेल्को क्लब में प्लांट हेड एबी लाल की पत्नी भारती लाल ने उसे पुरस्कार प्रदान किया था. उस दौरान भी प्रेमनाथ की पत्नी पूनम ने प्लांट हेड से नौकरी देने की गुहार लगायी थी. प्रेमनाथ का सबसे छोटा पुत्र अाशीष कक्षा आठवीं में पढ़ रहा है. बड़ी पुत्री प्रीति वीमेंस कॉलेज से बीए हिंदी में आॅनर्स कर रही है. प्रीति का स्कॉलरशिप बंद हो गया है,लेकिन वह बच्चों को ट्यूशन पढ़ा स्वयं पढ़ भी रही है और परिवार को पालन- पोषण कर रही है.
आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला
बाइ सिक्स कर्मी प्रेमनाथ सिंह की पत्नी पूनम देवी बड़ी पुत्री प्रीति को पति की जगह नौकरी मिले, इसके लिए प्लांट हेड एबी लाल, टेल्को वर्कर्स यूनियन से पिछले एक साल से मदद मांग कर रही हैं, लेकिन प्रबंधन, यूनियन से सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला. सोमवार को पूनम देवी महामंत्री से मिलने आयी थी, लेकिन कमेटी मीटिंग होने से मिल नहीं सकी.