बताया गया कि कंपनी का मुनाफा पिछले साल 6439 करोड़ रुपये था, जो इस बार 4901 करोड़ रुपये हो चुका है. (सारी देनदारी व परिसंपत्तियों की बिक्री से हुई आमदनी इसमें कटौती नही की गयी है, जिसके बाद यह और कम हो जायेगा.) ऐसे में स्वाभाविक तौर पर नये फार्मूला के तहत बोनस कम मिल सकता है. पिछली बार सिर्फ 8.5 फीसदी बोनस की राशि नये फार्मूला के तहत मिल सकी था. अभी आंशिक तौर पर ही बातचीत हुई है. पिछले साल हुए बोनस के समझौता का तीन साल का फार्मूला के तहत कंपनी के भारतीय ऑपरेशन का कुल मुनाफा (सारी देनदारी व परिसंपतित्तयों की बिक्री से हुई आमदनी)पर 1.5 फीसदी होगा, जबकि प्रोफिटैबिलिटी पर (प्रति टन विक्रय योग्य स्टील पर मिलने वाला मुनाफा) 5198 रुपये/प्रति टन विक्रय, योग्य स्टील-49 करोड़ रुपये, प्रोडक्टविटी (प्रति व्यक्ति , प्रति वर्ष प्रति उत्पादन) पर 338 टन प्रति कर्मचारी, प्रति वर्ष-32.5 करोड़ रुपये, सेफ्टी पर 0.31 फीसदी के हिसाब से बोनस की राशि मिलेगी.
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टाटा स्टील में 8 फीसदी बोनस भी होगा मुश्किल
जमशेदपुर: टाटा स्टील में इस बार 8 फीसदी से भी कम बोनस होने की उम्मीद जतायी जा रही है. बुधवार को बोनस के मसले पर हुई बैठक में वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी व अन्य पदाधिकारियों के साथ यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महासचिव बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु मौजूद थे. […]
जमशेदपुर: टाटा स्टील में इस बार 8 फीसदी से भी कम बोनस होने की उम्मीद जतायी जा रही है. बुधवार को बोनस के मसले पर हुई बैठक में वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी व अन्य पदाधिकारियों के साथ यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महासचिव बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु मौजूद थे. मैनेजमेंट व यूनियन के बीच करीब एक घंटे की बातचीत हुई. इसमें कंपनी की परिस्थितियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी.
बताया गया कि कंपनी का मुनाफा पिछले साल 6439 करोड़ रुपये था, जो इस बार 4901 करोड़ रुपये हो चुका है. (सारी देनदारी व परिसंपत्तियों की बिक्री से हुई आमदनी इसमें कटौती नही की गयी है, जिसके बाद यह और कम हो जायेगा.) ऐसे में स्वाभाविक तौर पर नये फार्मूला के तहत बोनस कम मिल सकता है. पिछली बार सिर्फ 8.5 फीसदी बोनस की राशि नये फार्मूला के तहत मिल सकी था. अभी आंशिक तौर पर ही बातचीत हुई है. पिछले साल हुए बोनस के समझौता का तीन साल का फार्मूला के तहत कंपनी के भारतीय ऑपरेशन का कुल मुनाफा (सारी देनदारी व परिसंपतित्तयों की बिक्री से हुई आमदनी)पर 1.5 फीसदी होगा, जबकि प्रोफिटैबिलिटी पर (प्रति टन विक्रय योग्य स्टील पर मिलने वाला मुनाफा) 5198 रुपये/प्रति टन विक्रय, योग्य स्टील-49 करोड़ रुपये, प्रोडक्टविटी (प्रति व्यक्ति , प्रति वर्ष प्रति उत्पादन) पर 338 टन प्रति कर्मचारी, प्रति वर्ष-32.5 करोड़ रुपये, सेफ्टी पर 0.31 फीसदी के हिसाब से बोनस की राशि मिलेगी.
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