जमशेदपुर: जमशेदपुर दौरे पर आयी ग्रामीण विकास मंत्रलय की केंद्रीय टीम बुधवार की सुबह रांची होते हुए दिल्ली लौट गयी. जमशेदपुर दौरे के दौरान केंद्रीय टीम ने मनरेगा, इंदिरा आवास, एनआरएलएम के कार्य पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना( पीएमजीएसवाइ) की स्थिति पर नाराजगी जतायी. केंद्रीय टीम का नेतृत्व कर रहे निदेशक धीरज काकड़िया ने पीएमजीएसवाइ का काम कर रही एजेंसी एनपीसीसी के पदाधिकारियों को फटकार लगायी और चेतावनी दी कि क्यों न आप लोगों के खिलाफ जांच करा कर एफआइआर दर्ज करायी जाये.
विभागीय स्तर से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को एनपीसीसी के कार्यपालक अभियंता एवं असिस्टेंट अभियंता दौरे के दौरान केंद्रीय टीम के साथ थे. एनपीसीसी के अभियंता केंद्रीय टीम को धालभूमगढ़ के डीबी रोड से तेतुलडांगा में बनी पीएमजीएसवाइ की सड़क को दिखाने ले गये. केंद्रीय टीम के अधिकारियों ने कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता को कहा कि रास्ते में उन लोगों ने पीएमजीएसवाइ का एक-दो बोर्ड देखा, लेकिन वे सड़कें दिखाने लायक नहीं थी इस लिए उन्हें इतना दूर लाया गया.
ग्रामीणों द्वारा की गयी शिकायत को भी केंद्रीय टीम ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि एनपीसीसी के खिलाफ काफी शिकायतें हैं. केंद्रीय टीम ने गुड़ाबांधा को धालभूमगढ़ से जोड़ने वाले देरांग ब्रिज से सटे पीएमजीएसवाइ की सड़क का भी निरीक्षण किया. कुछ दूरी तक रोड चौड़ा होने तथा उसके आगे संकीर्ण होने पर निदेशक ने नाराजगी जतायी और उस योजना का डिटेल नोट किया.