जमशेदपुरः सोनारी थाना क्षेत्र में चल रहे गुटीय संघर्ष की आग ने मंगलवार को घाघीडीह सेंट्रल जेल को अशांत कर दिया. शशि पासवान (मृत) और विरोधी गुट में मंगलवार को झड़प हो गयी.
इसके बाद बंदियों ने पथराव शुरू कर दिया. स्थिति को काबू में करने के लिए जेल प्रशासन को पगली घंटी बजा कर बल प्रयोग करना पड़ा.
स्थित बेकाबू होने पर स्थानीय पुलिस बल को तत्काल जेल परिसर में बुलाया गया. घटना में जेलर सहित आधा दर्जन बंदी घायल हुए हैं. घायल बंदियों को
इलाज के लिए जेल परिसर स्थित मेडिकल वार्ड में भरती कराया गया है, जबकि एक बंदी बासु बापी को सेल में डाल दिया गया है. घटना के बाद जेल में तनाव है. घटना की सूचना मिलने पर सिटी एसपी जेल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
कैसे हुई घटना
मंगलवार को आशीष गोप, गोविंद पासवान, सोनू सिंह, अंडा राजू, हेते उर्फ विकास न्यायालय से पेशी के बाद जेल पहुंचे थे. गुमटी (गांधी कक्ष) के पास अचानक इन बंदियों की मुलाकात बासु बापी से हो गयी. सबने मिल कर बासु बापी को पीट दिया. भाग कर उसने गुमटी पर तैनात सिपाहियों को इसकी जानकारी दी. सिपाही जब पहुंचे, तो पांचों बंदी गांधी कक्ष में घुस गये थे. सिपाहियों द्वारा बुलाये जाने पर गांधी कक्ष के बंदियों ने विरोध कर दिया. वहीं बासु बापी भाग कर राजेंद्र कक्ष चला गया और अन्य बंदियों को बुला लाया. राजेंद्र कक्ष से आये बंदियों द्वारा गांधी कक्ष पर चढ़ाई किये जाने पर गांधी कक्ष की ओर से पथराव शुरू कर दिया गया. राजेंद्र कक्ष के बंदी दीवार पर चढ़ गये और गांधी कक्ष पर हमला बोल दिया. देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया. गांधी कक्ष में फंसे सिपाहियों ने हालात बिगड़ते देख पगली घंटी बजा दी. इसके बाद दोनों पक्षों को नियंत्रण में करने के लिए जेल प्रशासन की ओर से लाठी चार्ज करना पड़ा. इस घटना से जेल में तनाव है.
जेलर भी घायल
बीच -बचाव के दौरान घाघीडीह सेंट्रल जेल के जेलर सत्येंद्र चौधरी सहित आधा दर्जन बंदियों के घायल होने की सूचना है. जेलर सत्येंद्र चौधरी को हाथ और पैर में चोट लगी है. जेल परिसर में उनका प्राथमिक उपचार कराया गया, जबकि घायल बंदियों को मेडिकल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.
वार्ड से निकलने पर रोक
मंगलवार की घटना के बाद बंदियों के एक वार्ड से दूसरे वार्ड में जाने पर रोक लगा दी गयी है. एहतिया के तौर पर उक्त कदम उठाया गया है. जेल प्रशासन की ओर से सतर्कता बरती जा रही है.
अखिलेश गुट का वर्चस्व
घाघीडीह जेल में इन दिनों अखिलेश सिंह गुट का वर्चस्व है. परमजीत सिंह की हत्या के बाद गिरोह अलग-अलग खेमों में बंट गया है. अखिलेश सिंह गिरोह के कई लोगों के जेल में होने के कारण यह स्थिति है.