आइजी गोलमुरी पुलिस लाइन में झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के चौथे महाधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार का चेहरा है. जवान संवेदनशील रहें. राज्य सरकार पुलिस विभाग के प्रति हर पल सोचती है, इसलिए जनवरी माह से लेकर अभी तक कुल सात हजार पद का सृजन किया है. साथ ही थानों व पुलिस के आधुनिकीकरण काम हो रहा.
आइजी ने नवगठित होने वाली एसोसिएशन की नयी टीम से अनुरोध किया कि वह मुख्यमंत्री से मिलें. मुख्यमंत्री के पास छह बड़े जिलाें में कुछ एकड़ जमीन उपलब्ध कराकर फ्लैट निर्माण संबंधी बातों को रखें. इसके बाद बैंक लोन व सरकारी लोन के जरिये बने फ्लैटों को पुलिस खरीदे. उन्होंने सीएम से मिलकर सेना में शहीद होने के बाद जवान को सम्मान के साथ मिलने वाली जमीन व अन्य सुविधाएं की तरह पुलिस के शहीद जवानों के परिजनों को भी शहर के निकट पांच डिसमिल जमीन व अन्य सुविधाएं देने की मांग करने को कहा. समारोह को पूर्व महासचिव चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि पूरे राज्य की सुरक्षा का भार जवानों पर रहता है, लेकिन जवानों को मिलने वाली सुविधा के बारे में सरकार कुछ नहीं सोंचती है. उन्होंने सीएम के शहर पर होते हुए भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर नाराजगी जतायी. समारोह में अतिथियों के लिए अभिनंदन प्रांतीय अध्यक्ष रामाकांत उपाध्याय ने किया. महाधिवेशन को प्रातीय महामंत्री जितेंद्र हांसदा, उपाध्यक्ष रामाकांत शर्मा, राम बिनय सिंह व अकबर खान मौजूद थे. मंच का संचालन जमशेदपुर शाखा के सकेश कुमार ने किया.