जमशेदपुर: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक इंप्लाइज यूनियन (यूएफबीयू) ने 20-21 जनवरी को बैंक हड़ताल को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने विशाल रैली-विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. 18 दिसंबर की हड़ताल के बाद वित्त मंत्रालय ने बैंक यूनियन की मांगों पर ध्यान देने का आश्वासन दिया था.
लेकिन इस पर आगे कोई कार्रवाई नहीं होती देख यूएफबीयू ने दो दिनों की हड़ताल का आह्वान किया है. इसे देखते हुए दिल्ली स्थित मुख्य श्रमायुक्त (सीएलसी) ने जहां 13 जनवरी को मध्यस्थता करने के लिए वार्ता बुलायी है. वहीं भारतीय महासंघ (आइबीए) ने आंदोलनकारी यूनियन को वार्ता के लिए 29 जनवरी को आमंत्रित किया है.
उदासीन है मंत्रालय: यूएफबीयू के संयोजक कॉमरेड सुभाशीष भट्टाचार्या ने कहा कि वित्त मंत्रालय-बैंक प्रबंधन द्वारा यूनियन-कर्मचारियों की मांगों के प्रति उदासीनता बरती जा रही है.
उनकी मांगों को यदि नहीं माना गया, तो फरवरी-मार्च माह में बेमियादी हड़ताल पर भी जा सकते हैं. अध्यक्षता कॉमरेड आरपीएन सिंह ने की. उन्होंने कहा कि 17 को साकची आइ हॉस्पिटल के सामने से एक रैली निकाली जायेगी. इस दौरान बैंककर्मी व अधिकारी बिल्ला लगा कर विरोध प्रदर्शन करेंगे. बीइएफआइ के कॉमरेड स्वर्णकमल दासगुप्ता ने भी रैली को संबोधित किया. रैली को कॉमरेड रिंटू रजक, एआइबीओसी के कॉ मनोज कुमार, कॉ डीएन सिंह,आइएनबीओसी के कॉमरेड आरपी सिंह, एनओबीओ के कॉमरेड कन्हैया कुमार ने भी संबोधित किया.