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मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट ने उपायुक्त से की शिकायत, उठाया सवाल स्कूल आने से रोके गये 6 बच्चे

जमशेदपुर: सरकार एक ओर बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए विद्यालय चलें, चलायें अभियान चला कर नामांकन करा रही है वहीं मध्य विद्यालय, घोड़ाबांधा में छह छात्र-छात्राओं को विद्यालय आने से रोक दिया गया है. इन बच्चों का नामांकन अभी नहीं हो सका था, बावजूद बच्चे विद्यालय आ रहे थे. मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट […]

जमशेदपुर: सरकार एक ओर बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए विद्यालय चलें, चलायें अभियान चला कर नामांकन करा रही है वहीं मध्य विद्यालय, घोड़ाबांधा में छह छात्र-छात्राओं को विद्यालय आने से रोक दिया गया है.
इन बच्चों का नामांकन अभी नहीं हो सका था, बावजूद बच्चे विद्यालय आ रहे थे. मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा इन बच्चों के लिए पाठ्य सामग्री, विद्यालय भेजने आदि की व्यवस्था की जाती है. ट्रस्ट की ओर से बताया गया कि इनमें चौथी कक्षा की छात्रा मिली पूर्ति अनाथ है, जबकि अन्य पांच बच्चों के सिंगल पैरेंट हैं.
इनमें छठी कक्षा का छात्र बिलार्सन मुंडा सुबह स्कूल गया, तो उसे कक्षा में प्रवेश नहीं करने दिया गया. बिलार्सन ने बताया कि शिक्षक ने एडमिशन नहीं होने की बात कही. बाद में उसकी बांह पकड़ कर घर जाने को कहा गया. लेकिन छुट्टी होने तक वह बाहर खड़ा रहा.
ये बच्चे रोके गये. बिलार्सन मुंडा : छठी कक्षा/मिली पूर्ति, रश्मि मुंडा : चौथी कक्षा/बॉबी मुंडा, सुशांतो किसान : तीसरी कक्षा / प्रशांत किसान : दूसरी कक्षा
ट्रस्ट ने की उपायुक्त से शिकायत. खड़ंगाझार स्थित मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट ने उपायुक्त को लिखित शिकायत की है. शिकायत पत्र में ट्रस्ट के चेयरमैन हरपाल सिंह थापर ने बताया है कि पिछले गुरुवार को विद्यालय की ओर से बच्चों का एडमिशन फार्म जमा करने को कहा गया.
चूंकि मिली पूर्ति पहले से विद्यालय में नामांकित है, इसलिए शुक्रवार को पांच बच्चों का एडमिशन फाॅर्म लेकर विद्यालय भेजा गया था. लेकिन अब विद्यालय द्वारा फाॅर्म लेने से इनकार कर दिया गया है.
सरकारी अभियान के तहत बच्चों का विद्यालय में नामांकन किया जा रहा है. ऐसे में बच्चों को विद्यालय आने से कैसे रोका जा सकता है. दरअसल, ये बच्चे मेरे विद्यालय के पोषक क्षेत्र से नहीं, बल्कि खड़ंगाझार से हैं. बच्चों का नामांकन नहीं हुआ था. चूंकि बच्चों को मध्याह्न भोजन भी दिया जाता है. ऐसे में अनामांकित बच्चों को मध्याह्न भोजन देने में परेशानी होती है. इसलिए ऐसे बच्चों को जल्द नामांकन करा लेने को कहा गया है. नामांकन के लिए इन बच्चों के अभिभावक नहीं आये. वहीं ट्रस्ट की ओर से एक बच्ची के माध्यम से नामांकन फाॅर्म भेजा गया था. इस कारण फाॅर्म लौटाना पड़ा. बच्चों के अभिभावक आयें, नामांकन होगा. कौशल किशोर, प्रभारी प्रधानाध्यापक, मवि घोड़ाबांधा

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