उक्त तथ्य समीक्षा बैठक के दौरान सामने आये. सोमवार को नीति आयोग सलाहकार अलका तिवारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. सलाहकार अलका तिवारी ने स्कूलों में ‘ग्रेड वाइज लर्निंग लेवल’ से संबंधित ब्योरा प्रदर्शित करने का निर्देश दिया.अधिकारियों ने बताया कि प्रधानाध्यापक की कमी को दूर करने के लिए शिक्षकों को प्रभार दिया गया है.
इससे पढ़ाने के बदले शिक्षक प्रशासनिक कार्य में व्यस्त रहते हैं. राज्य में बच्चों का नामांकन दर सही है लेकिन शिक्षकों की कमी सहित अन्य कारणों से बच्चे स्कूल में रह नहीं पा रहे हैं और स्कूल छोड़ कर जा रहे है. राज्य में फिलहाल दो लाख बच्चे स्कूल से बाहर हैं. राज्य में शिक्षक-छात्र का अनुपात कम है. नीति आयोग सलाहकार अलका तिवारी ने शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया. उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कुलपतियों के साथ हुई बैठक में राज्य में शिक्षण संंस्थानों की कमी होने की बात सामने आयी.