जमशेदपुर. पैगंबर ए इसलाम मोहम्मद (सअ) की जातेगरामी इमान वालों पर अल्ला ताअला का सबसे बड़ा करम फजल और रहमत है. 12 रबिउल अव्वल को रबीउल नूर भी कहा जाता है.
मोहम्मद (सअ.) को अल्लाह ताला ने नूर से पैदा फरमाया. उक्त बातें मंगलवार को जुगसलाई में शान ए रिसालत कांफ्रेंस काे संबाेधित करते हुए तंजीम ए अहले सुन्नतवल जमात के महासचवि मुफ्ती जियाउल मुस्तफा ने कहीं. उन्होंने कहा कि यह हुक्म ए खुदाबंदी है कि हमारे पैगंबर मोहम्मद (सअ.) तशरीफ ला रहे है. इसलिए सारे आलम को मनव्वर व रौशन कर दिया जाये, जब हुजूर अकरम की विलादत हुई तो सारा घर नूर से रौशन हो गया.
मौलाना अबरार कैसर ने नात ए पाक पेश किया. खतीब व पेश इमाम काजी मुश्ताक अहमद के तिलावत ए कलाम पाक से कांफ्रेंस का आगाज हुआ. शान ए रिसालत कांफ्रेंस हाजी माेहम्मद इसहाक, अब्दुल वाहाब, अबरार आलम, हाजी अफरोज, परवेज कबीर, इम्तियाज हुसैन, अजमल कादरी, मोहम्मद मेराज अशरफ, मोहम्मद सादिक खान, इमरान वारसी, शहनशाह वारसी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे. शान ए रिसालत कांफ्रेंस इजतेमाई दुआ के साथ खत्म हुआ.