ज्ञात हो कि बीते 29 व 30 अक्तूबर को एमसीआइ की टीम ने एमजीएम अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था. एमसीआइ की रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल की स्थिति ऐसी है कि मरीज ठीक होने की बजाय अन्य कई रोगों से ग्रसित हो सकता है. मरीजों के बेड के बीच में बहुत कम दूरियां हैं. ऐसे में मरीज को संक्रमित होने का खतरा है.
Advertisement
बेड के बीच दूरियां कम संक्रमण का है खतरा
जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल में मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है. यहां मरीजों का इलाज कैसे होता है, इस पर प्रश्न चिह्न लगाये गये हैं. इसका खुलासा एमसीआइ (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) की ओर से एमजीएम के अधीक्षक डॉ आरवाई चौधरी को भेजी गयी रिपोर्ट से हुआ है. ज्ञात हो कि बीते 29 व […]
जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल में मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है. यहां मरीजों का इलाज कैसे होता है, इस पर प्रश्न चिह्न लगाये गये हैं. इसका खुलासा एमसीआइ (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) की ओर से एमजीएम के अधीक्षक डॉ आरवाई चौधरी को भेजी गयी रिपोर्ट से हुआ है.
ऑपरेशन थियेटर में सुविधाएं नहीं: वहीं अस्पताल परिसर के ओटी (ऑपरेशन थियेटर) में समुचित व्यवस्था नहीं है. एमसीआइ के अनुरूप ओटी टेबल नहीं है. कम से कम पांच ओटी टेबल चाहिए, जबकि यहां सिर्फ दो टेबल है. इसके साथ ही अस्पताल में रेसिडेंट डॉक्टर, नर्स व अन्य कर्मचारियों की कमी है. अस्पताल में रजिस्ट्रेशन काउंटर कंप्यूटराइज नहीं हैं.
पढ़ाई की समुचित व्यवस्था नहीं : मेडिकल छात्रों को पढ़ाने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है. अस्पताल में मनोचिकित्सा के लिए वार्ड भी नहीं है. इसके साथ अस्पताल में लेक्चर थियेटर, ई-क्लास रूम, सेंट्रल लाइब्रेरी, स्टाफ को पढ़ने का रूम, सेंट्रल रिसर्च सेंटर, नर्स व पारा मेडिकल की कमी सहित 26 से ज्यादा कमी बतायी गयी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement