जमशेदपुरः टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क में चार अप्रैल को जन्म लेने वाले तेंदुए शावक की मौत हो गयी. रविवार की शाम 4 बजे उसने अंतिम सांस लिया.
मौत के बाद शावक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम के बाद शव को टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क अस्पताल में ही रखा जायेगा. तेंदुए शावक की माता बसंती और पिता तेंदुए वेद हंै. तेंदुआ बसंती ने 6 मई से ही शावक को दूध पिलाना छोड़ दिया था.
इसके बाद उसे टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क सोसाइटी के डॉक्टरों और स्टाफ द्वारा विशेष केयर पर अस्पताल में रखा गया था. चिडि़याघर कर्मियों ने ही उसकी देखभाल और दूध पिलाना शुरू किया, लेकिन रविवार को उसकी मौत हो गयी. गौरतलब है कि जब किसी मांसाहारी जानवर की मां अपने बच्चे को जन्म देने के बाद उसे छोड़ देती है तो भारत में उसके जिंदा रहने की गुंजाइश सिर्फ दो फीसदी होती है. वेद और बसंती के अलावा शिवा और मिथुन नामक तेंदुए ने भी इस सप्ताह दो शावक को जन्म दिया है. फिलहाल तेंदुए के तीनों शावक सही सलामत हैं. दो ने अब तक आंखें नहीं खोली है जबकि वेद और शांति के एक शावक ने चहलकदमी करना शुरू कर दिया है.