नोट : फोटो फोल्डर में है. डॉ प्रीति श्रीवास्तव, पीडिएट्रिक्स मिजिल्स से बचाव के लिए बच्चों को लगाये टीकेमिजिल्स वायरल इनफेक्शन के कारण होता है. संक्रमिक व्यक्ति के छींकने व खांसने से यह वायरल अन्य व्यक्ति में फैलता है. यह छह महीने से पांच साल तक के बच्चों में सामान्यतया होता है. जरूरी है कि इस बीमारी से लोग जागरुक हों और इससे बचाव करें. इसमें शुरुआती दिनों में बच्चों को बुखार, सर्दी, खांसी, बॉडी में रैशेज, लाल दाने, जो कान के पीछे से होते हुए पूरे शरीर में फैल जाते हैं, जैसे लक्षण दिखायी देते हैं. बाद में सर्दी, खांसी, कफ जैसी समस्या सामने आती है. ऐसे लक्षण दिखायी देने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. इस बीमारी से बचाव के लिए सबसे अच्छा है कि बच्चों को मिजिल्स का टीका लगाना जाये. यह टीका नौ महीने पर लगता है. इसके बाद 15 महीने पर बच्चे को एमएमआर का टीका लगाया जाता है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.बीमारी : मिजिल्सलक्षण : शुरुआत में बच्चों को बुखार, सर्दी, खांसी होता है, शरीर में लाल दाने निकलता है. बचाव : बच्चों को मिजिल्स का टीका लगायें.
BREAKING NEWS
Advertisement
हेल्थ बुलेटिन : डॉ प्रीति श्रीवास्तव
नोट : फोटो फोल्डर में है. डॉ प्रीति श्रीवास्तव, पीडिएट्रिक्स मिजिल्स से बचाव के लिए बच्चों को लगाये टीकेमिजिल्स वायरल इनफेक्शन के कारण होता है. संक्रमिक व्यक्ति के छींकने व खांसने से यह वायरल अन्य व्यक्ति में फैलता है. यह छह महीने से पांच साल तक के बच्चों में सामान्यतया होता है. जरूरी है कि […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement