दिल्ली गैंगरेप के बाद महिलाओं के साथ अपराध पर कड़े कदम उठाने के बावजूद ऐसे मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. जमशेदपुर में भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. ये दुष्कर्म, छेड़खानी, अभद्रता, फब्तियां कसे जाने की शिकार हो रही हैं. बुधवार को ही दिल्ली की अदालत में दामिनी गैंगरेप–हत्या मामले के दोषियों की सजा पर फैसला सुरक्षित रखा गया और इसी दिन शहर में दुष्कर्म, बदसलूकी व यौनशोषण के मामले सामने आये. इन घटनाओं ने शहर में महिला वर्ग की सुरक्षा पर फिर से सवालिया निशान लगा दिया है.
नाबालिग से दुष्कर्म
जमशेदपुर: उलीडीह डिमना रोड हैयातनगर लाल बिल्डिंग के पास रहने वाली 17 वर्षीय समा परवीन (काल्पनिक नाम) के साथ अपराधी काना फिरोज ने दुष्कर्म किया. घटना बीती रात 1.30 बजे की है. सुबह में समा ने इसकी जानकारी परिजनों को दी. पुलिस ने पीड़िता के बयान पर काना फिरोज के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी है. पीड़िता का पुलिस ने एमजीएम अस्पताल में मेडिकल कराया.
क्या है मामला
पीड़िता ने पुलिस को बताया है रात में वह शौच के लिए जगी थी. घर के आंगन में थी. इस बीच काना फिरोज आया और उसका मुंह दबाकर कुछ दूर तालाब के किनारे झाड़ी के पास ले गया और दुष्कर्म कर फरार हो गया. वह घर लौटकर परिजनों को बताया. सुबह सूचना पुलिस को दी गयी.
फिरोज पर कई मामले
शहर के विभिन्न थानों में काना फिरोज के खिलाफ लूट, रंगदारी के कई मामले दर्ज है. मानगो में ट्रांसपोर्टकर्मी पप्पू यादव से चार लाख रुपये के बाद हत्या मामले में पुलिस ने काना फिरोज को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, कोई सुराग नहीं मिलने के बाद पुलिस ने छोड़ दिया था. इससे पूर्व जेल से निकलने के बाद फिरोज ने शहर छोड़ दिया था.
महिला सुरक्षाकर्मी का यौनशोषण
जमशेदपुर: मानगो डिमना रोड स्थित एजिस कॉल सेंटर में तैनात महिला सुरक्षाकर्मी ने सिक्यूरिटी एजेंसी के पदाधिकारी सुनील कुमार और मनोज झा पर यौनशोषण करने का आरोप लगाया है. महिला सुरक्षाकर्मी ने इसकी शिकायत उलीडीह थाने में दर्ज करायी है. इस शिकायत पर उलीडीह भाजपा मंडल अध्यक्ष विनोद सिंह के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एजिस कॉल सेंटर के बाहर प्रदर्शन व हंगामा किया. मानगो चंद्रप्रभा कॉलोनी निवासी महिला सुरक्षाकर्मी ने बताया है कि वह तीन साल से सिक्यूरिटी में काम कर रही है. सिक्यूरिटी के अधिकारी मनोज झा उनके साथ अक्सर उसके साथ गाली–गलौज करते हैं. यही नहीं पदाधिकारी सुनील कुमार ने कई बार उसका शारीरिक शोषण किया. विरोध करने पर नौकरी से निकाल देने की धमकी दी. पीड़िता के पक्ष में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एजिस कॉल सेंटर में जोरदार हंगामा किया. भाजपा के लोग चाह रहे थे कि एजिस कंपनी के पदाधिकारी आकर बातचीत करें. लेकिन कोई बातचीत करने नहीं आया. जिसके बाद भाजपाइयों ने तोड़फोड़ की कोशिश शुरू कर दी. इसके बाद उलीडीह पुलिस ने सारे पदाधिकारियों से बातचीत की. एजिस कंपनी की ओर से दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया गया है, जिसके बाद मामला शांत हो पाया.