जमशेदपुर: शहर की सड़क के किनारे से फुटपाथ गायब हो गये हैं. बड़े दुकानदारों ने फुटपाथ पर दुकान की कुरसी, स्टैच्यू, डिस्प्ले बोर्ड आदि समानों को रख कब्जा कर लिया है. जो जगह बची है, उस पर छोटे दुकानदारों ने अपना समान बिछा कर कब्जा कर लिया है. हाइकोर्ट के आदेश के बाद भी फुटपाथ पर दुकानदारों का कब्जा कायम है. ऐसे में पैदल चलने वाले राहगीर चले तो कहां. इसके लिए जम्मेवार कौन है- निकाय या पुलिस.
रात में चौड़ी, सुबह में सिमट जाती है सड़क
रात में कई फीट तक चौड़ी दिखने वाली सड़क, सुबह बाजार खुलते ही कुछ सिमट जाती है. यहां तक कि राहगीरों के पैदल चलने के लिए भी जगह नहीं बचती है. राहगीरों को फुटपाथ पर जगह नहीं मिलने के कारण ही अक्सर वे दुर्घटनाओं के शिकार बनते हैं. अक्सर जाम लगती है.
फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों पर जुर्माना लगाने के लिए निकाय एवं यातायात पुलिस पूरी तरह से सक्षम है. नगरपालिका एक्ट के तहत निकायों को जुर्माना लगाने का अधिकार प्राप्त है. वहीं यातायात पुलिस को भी सड़क जाम करने पर संबंधित दुकानदारों पर जुर्माना लगाने का अधिकार है, लेकिन निकाय और यातायात पुलिस की ओर से किसी भी दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है.