जमशेदपुर: हर दिन आपके लाडले की सुबह की शुरुआत खतरे के सफर से होती है. जी हां, जिन वाहनों से आप अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं वह सुरक्षित नहीं है. घर से स्कूल ले जाने और वहां से लाने तक अपनायी जाने वाली सावधानियों के प्रति न तो स्कूल प्रबंधन का ध्यान है न ही अभिभावक का.
बच्चों को स्कूल के वाहन में बैठाने के बाद अभिभावक भूल जाते हैं कि यातायात नियमों का पालन नहीं होने के कारण बच्चों की जिंदगी खतरे में है. सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश के बाद भी जिला प्रशासन एवं अभिभावक नियमों का पालन करने में सुस्ती बरत रहे हैं.
रोजाना अभिभावक बच्चों को तैयार कर ऑटो, बसों में भेजते हैं. अपनी आंखों के सामने ही यातायात नियमों का उल्लंघन होता देखते हैं फिर भी वे अनजान बने हुए हैं.