जमशेदपुर: टाटा स्टील की कैंटीन के कर्मचारियों को सरप्लस घोषित कर दिया गया है. अब उन्हें मानसिक तौर पर तैयार किया जा रहा है कि या तो वे लोग इएसएस लेकर सेवानिवृत्त हो जायें या फिर सरप्लस पूल में रहें.
कंपनी प्रबंधन ने बारी-बारी से इन कर्मचारियों को बुला कर जानकारी दी कि कैंटीन आउटसोर्स की जा रही है. कैंटीन के काम में उन्हें स्थायी कर्मचारी के रूप में बहाल नहीं रखा जा सकता है. उम्रसीमा के अलावा कर्मचारियों से पूछा गया कि वे क्या करना चाहते हैं. उन्हें कुछ विकल्प दिये गये.
जिन कर्मचारियों की उम्र ज्यादा है, उन्हें कहा गया कि वे अर्ली सेपरेशन स्कीम (इएसएस) के लिए आवेदन दे दें और उसके लिए मन:स्थिति बना लें ताकि बाद में परेशानी न हो. कम उम्र वाले कर्मचारियों से कहा गया कि वे सरप्लस पूल में जायेंगे. जरूरत पड़ने पर कंपनी उनका दूसरे स्थान पर समायोजन भी कर सकती है. अगर नहीं तो फिर सरप्लस पूल में ही रहना होगा और कहीं न कहीं अल्पकालीन पदस्थापन किया जा सकता है. इसके अलावा, कर्मचारियों को नौकरी छोड़ो-नौकरी पाओ का विकल्प भी दिया गया है. वहीं, सुपरवाइजरों को निर्देश दिया गया है कि वे कैंटीन के सभी कर्मचारियों को इसकी जानकारी दे दें कि आगे उनका क्या होना है. कैंटीन के 160 कर्मचारियों को इएसएस या सरप्लस पूल में भेजा जाना है.