जमशेदपुर: कोई भी देश विदेशी मुद्रा भंडारण से ही उसकी समृद्घि आंकी जाती है इसलिये सरकार की ओर से दिये जा रहे निर्यात के प्रोत्साहन के तहत अपने देश के उद्यमियों और व्यापारियों को विदेशी मुद्रा का भंडार बढ़ाने का अच्छा अवसर है.
यह बातें विदेश व्यापार कोलकाता के महानिदेशक पीके भौमिक ने कहीं. श्री भौमिक शुक्रवार को निर्यात जागरूकता कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.
बिष्टुपुर स्थित सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स भवन में इसका आयोजन निर्यात बंधु और भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रलय के अंतर्गत सहायक महानिदेशक विदेशी व्यापार कोलकाता, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो), पूर्वी क्षेत्र एवं सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. कच्च माल में शुल्क नहीं : तापस चटर्जी. रांची सर्किल के अधीक्षक (कस्टम) तापस चटर्जी ने कहा कि एक्सपोर्ट के लिए लाइसेंस लिये हुए उद्यमी एवं व्यवसायियों को किसी भी प्रकार की विदेश से मशीनें, कार्य में लगाने वाले कच्चे माल पर शुल्क नहीं लगता है. उत्पाद को विदेशों में भेजने से पूर्व कस्टम के अधिकारी उत्पादन करने वाली इकाई में ही जाकर उत्पाद के पैकेजिंग को कस्टम का सील लगा देते हैं तो उस उत्पाद की कहीं भी दोबारा जांच नहीं की जाती है. पूरे देश में 111 पोर्ट ऑनलाइन हो चुके हैं.
अपने उत्पाद का ज्यादा से ज्यादा निर्यात करें : श्रीनाथ
फियो के संयुक्त निदेशक पीटी श्रीनाथ ने निर्यात में फियो द्वारा सहयोग किये वाली सभी जानकारियां दी. उन्होंने कहा कि सरलीकरण का लाभ उठाते हुए उद्यमियों एवं व्यापारियों को अपने उत्पाद को ज्यादा विदेशों में निर्यात करना चाहिए.
गुणवत्तापूर्ण उत्पादन करें : सुरेश सोंथालिया
सेमिनार की अध्यक्षता कर रहे सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया ने सदस्यों से आह्वान किया कि अपने देश में गुणवत्तापूर्ण उत्पादन करें जिससे विश्व के किसी भी देश को यहां के उत्पाद से लाभ मिल सके.