जमशेदपुरः झारखंड में नया ट्रेनिंग स्कूल खोलने का प्रस्ताव है. इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है. जमीन मिलते ही ट्रेनिंग स्कूल खोल दिया जायेगा.
इसके अलावा राज्य में स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूलों को झारखंड पुलिस एकेडमी में बदला जायेगा. ये बातें शुक्रवार को बर्मामांइस इस्ट प्लांट में आयोजित चालक पारण परेड में भाग लेने आये आइजी ट्रेनिंग उमेश कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता में कहीं. श्री सिंह ने कहा कि आज भी राज्य में 200 सिपाही व 400 पुलिस चालक अनट्रेंड हैं, जिन्हें बारी-बारी से ट्रेंड किया जा रहा है. जवानों को बेसिक के अलावा स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाती है. जरूरत पड़ने पर आर्मी, सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर में भेज कर ट्रेनिंग दिलायी जाती है. उन्होंने कहा कि झारखंड में उग्रवाद से निबटने के लिए हम पूरी तरह से सक्षम हैं.
चालक पदाधिकारी के सारथि की तरह : आइजी
किसी भी चालक का अपने पदाधिकारी के साथ संबंध एक सारथि की तरह होता है. किसी प्रकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम पुलिस कर्मियों के लिए काफी यादगार होता है. यह बात आइजी ट्रेनिंग उमेश कुमार सिंह ने कही. वे शुक्रवार को 19वें सत्र के प्रशिक्षु चालक पुलिसकर्मियों के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. समारोह बर्मामांइस इस्ट प्लांट बस्ती स्थित टीटीएस परेड मैदान में हुआ.
श्री सिंह ने कहा कि इस ट्रेनिंग के दौरान चालकों को मूलभूत जानकारी दी जाती है. इसके अलावा भी नौकरी के दौरान कई चुनौतियां आती हैं, जिसके लिए हर चालक को तैयार रहना चाहिए. समाज में अच्छे पुलिस जवान बनते हैं तो समाज भी अच्छा बनता है. ट्रेनिंग के दौरान सभी अच्छा काम करते हैं, लेकिन ड्यूटी के दौरान कई ऐसा काम करते हैं जिससे निराशा हाथ लगती है. ट्रेनिंग के दौरान या शपथ लेने के दौरान जो बताया जाता है उसको याद रखना बहुत जरूरी है. इससे लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ता है.
ये थे उपस्थित त्र कार्यक्रम में जमशेदपुर एसएसपी रिचर्ड लकड़ा, समादेष्टा सह निदेशक यातायात एवं प्रशिक्षण संस्थान के मृत्युंजय कुमार मितू, एसपी सरायकेला इंद्रजीत, जमशेदपुर एसपी, पुलिस उपाधीक्षक सह यातायात एवं प्रशिक्षण संस्थान बर्मामांइस के अनिल कुमार वर्मा आदि मौजूद थे.