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हेल्थ बुलेटिन – डॉ. आयुष कुमार

डॉ. आयुष कुमार, जनरल फिजिशियनहाइपरयूरिसिमिया होने से पेशाब करने में होती परेशानी हाइपरयूरिसिमिया खून में यूरिक एसिड के बढ़ने के कारण होता है. यूरिक एसिड लीवर से होते हुए ब्लडस्ट्रीम में जाता है. जिसमें से ज्यादातर पेशाब द्वारा शरीर के बाहर निकल जाता है. ब्लड यूरिक एसिड लेवल को प्यूरिनेस कहा जाता है. ब्लड का […]

डॉ. आयुष कुमार, जनरल फिजिशियनहाइपरयूरिसिमिया होने से पेशाब करने में होती परेशानी हाइपरयूरिसिमिया खून में यूरिक एसिड के बढ़ने के कारण होता है. यूरिक एसिड लीवर से होते हुए ब्लडस्ट्रीम में जाता है. जिसमें से ज्यादातर पेशाब द्वारा शरीर के बाहर निकल जाता है. ब्लड यूरिक एसिड लेवल को प्यूरिनेस कहा जाता है. ब्लड का यूरिक एसिड लेवल जब 10 से ज्यादा होता है, तो यह कई बीमारियों का कारण बनता है. जैसे किडनी स्टोन, गाउट यानी यूूरिक एसिड का शरीर के ज्वाइंट में जमा हो जाना जैसे घुटने, हाथ पैर, उंगलियां में. ऐसा होने पर यूरिक एसिड शरीर से बाहर नहीं निकल पाता. जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ज्वाइंट जैसे हाथ, पैर व घुटने में तेज दर्द होना, पेट में दर्द होना इसके सामान्य लक्षण हैं. इसका इलाज तब शुरू होता है जब यूरिक एसिड का लेवल 10 के ऊपर पहुंच जाता है. एक नॉर्मल व्यक्ति के शरीर में यूरिक एसिड का लेवल 6 से कम रहता है. बीमारी- हाइपरयूरिसिमियालक्षण- ज्वाइंट जैसे हाथ, पैर व घुटनों में तेज दर्द और पेट में दर्द का होना. उपाय- मरीज को प्रोटीन का सेवन कम कर देना चाहिए.

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