जमशेदपुर: धालभूमगढ़ प्रखंड में एनएच 33 से नवाडीह तक मिट्टी और कीचड़ से भरा यह सड़क 55 लाख खर्च कर बनायी गयी है. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना( पीएमजीएसवाइ) के तहत संवेदक को 55 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है.
जबकि संवेदक ने अधूरा काम छोड़ दिया. अब इस सड़क का री टेंडर किया जा रहा है. इसका खुलासा आरटीआइ कार्यकर्ता दिनेश महतो की ओर से सूचना के अधिकार के तहत मांगी गयी जानकारी से हुआ है. योजना संख्या जेएच06-एनपीसीसीसी 113 के तहत 75.61 लाख की लागत से एनएच 33 से नवाडीह तक 2. 75 किमी सड़क निर्माण एनपीसीसी की ओर से कराया जा रहा था. संवेदक (जीबी कंस्ट्रक्शन) को 55 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है. एनपीसीसी के परियोजना प्रबंधक की ओर से आरटीआइ में दी गयी जानकारी के अनुसार संवेदक ने अगस्त 2010 में कार्य प्रारंभ किया और जीएसबी, डब्ल्यूबीएम-2, डब्ल्यूबीएम-3 तक कार्य पूरा किया जा चुका है.
संवेदक ने जून 2011 से काम बंद कर दिया है. योजना रद्द कर पुनर्निविदा की प्रक्रिया की जा रही है. निविदा पूर्ण होते ही पुन: कार्य प्रारंभ किया जायेगा. सूचना के अधिकार के तहत दी गयी जानकारी में जीएसबी, डब्ल्यूबीएम-2 और 3 तक कार्य पूरा होने की बात कही गयी है, जबकि हकीकत यह है कि अभी भी सड़क मिट्टी और कीचड़ से भरी है. दिनेश महतो ने 55 लाख का घोटाला बताते हुए उपायुक्त से पूरे मामले की जांच कर दोषी के पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.