जमशेदपुर : हो-मुंडा को स्थान नहीं देकर राज्य के साथ किया क्रूर मजाक : शैलेंद्र

जमशेदपुर : झारखंड आंदाेलनकारी सह पूर्व सांसद शैलेंद्र महताे ने हेमंत साेरेन मंत्रिमंडल के विस्तार पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे पूंजीपतियाें के इशारे पर बनाया हुआ करार दिया. उन्हाेंने कहा कि झारखंड आंदाेलन में काेल्हान के हाे-मुंडा समाज के लाेगाें ने जाेरदार संघर्ष खड़ा किया, आंदाेलन किये. इस दाैरान चाईबासा, झींकपानी, टाेंटाे, नाेवामुंडी, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 29, 2020 3:54 AM
जमशेदपुर : झारखंड आंदाेलनकारी सह पूर्व सांसद शैलेंद्र महताे ने हेमंत साेरेन मंत्रिमंडल के विस्तार पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे पूंजीपतियाें के इशारे पर बनाया हुआ करार दिया.
उन्हाेंने कहा कि झारखंड आंदाेलन में काेल्हान के हाे-मुंडा समाज के लाेगाें ने जाेरदार संघर्ष खड़ा किया, आंदाेलन किये. इस दाैरान चाईबासा, झींकपानी, टाेंटाे, नाेवामुंडी, मंझारी, मंझगांव, हाटगम्हरिया, मनाेहरपुर, चक्रधरपुर, गाेईलकेरा, ईचागढ़ जैसे एरिया में खरसावां गाेलीकांड, सेरेंगदा गाेलीकांड, ईचाहातु गाेलीकांड, गुवा गाेलीकांड, टाेंटाे गाेलीकांड, बाइटी गाेलीकांड, कुइड़ा गाेलीकांड, कुंडिया गाेलीकांड, जाेजाेहातु गाेलीकांड, सारजाेमहातु गाेलीकांड जैसी घटनाआें में हाे-मुंडा समाज के अनगनित आंदाेलनकारी शहीद हाे गये. काेल्हान ने ही झारखंड आंदाेलन काे जिंदा रखा. जयपाल सिंह मुंडा की राजनीति की शुरुआत यहीं हुई. उन्हाेंने काेल्हान प्रमंडल में ही झारखंड पार्टी काे जन्म दिया था. इसमें खासकर हाे आैर मुंडा समाज के लाेगाें ने काेल्हान में शुरू से आंदाेलन की लड़ाई लड़ी, शुरुआत की.
इतनी कुर्बानियाें के बाद भी हेमंत साेरेन ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार में पूंजीपतियाें के दवाब में सभी काे भुला दिया आैर हाे आैर मुंडा काे इसमें जगह नहीं दी. काेल्हान का प्रतिनिधित्व नहीं हाेने से समाज के लाेग खुद काे ठगा महसूस कर रहे हैं. लड़ाई, संघर्ष आैर कुर्बानियाें के साथ यह एक क्रूर मजाक है. हेमंत साेरेन की सरकार काे भविष्य में इसका खामियाजा भुगतना हाेगा.

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