जमशेदपुर: टाटा स्टील ने जुलाई 2014 को एथिक्स माह के रूप में मनाया. जिसका समापन समारोह में बुधवार को स्टीलेनियम हॉल में आयोजित किया गया. मौके पर टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि नैतिकता उन प्रमुख कारको में से है जिसने टाटा स्टील और समूह को अलग पहचान दी है. प्रत्येक व्यक्ति को अपनी रोजमर्रा के जिंदगी में नैतिकता को अपनाना चाहिए.
कोक सिंटर एंड आयरन डिवीजन को एथिक्स माह के दौरान विभिन्न गतिविधियों में सर्वाधिक भागीदारी के लिए सम्मानित किया गया. श्री नरेन्द्रन ने प्रोक्योरमेंट डिवीजन के सुमन कुमार सिंह और दो वेंडर कर्मियों प्रकाश क्षत्रिय और अजीत कुमार को अनुकरणीय नैतिक मूल्यों को प्रदर्शित करने के लिए सम्मानित किया. कॉरपोरेट एथिक्स डिपार्टमेंट ने समारोह के थीम‘पारदर्शिता के माध्यम से विश्वसनीयता हासिल करना’ के लिए गतिविधियों की श्रृंखला का आयोजन किया. कार्यक्रम की शुरुआत श्री नरेन्द्रन ने एक जुलाई को एमडी ऑनलाइन के दौरान नैतिकता की शपथ लेकर की थी और सभी विभागों को इसके अनुपालन का निर्देश दिया था.
एथिक्स माह के प्रस्तावना के रूप में, कर्मचारियों को पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया जिसमें मेडिकल सर्विसेज के साहदेव, एनआईएम, ओएमक्यू के प्रमोद कुमार ने क्रमश: प्रथम और द्वितीय पुरस्कार जीता. एम एंड एस के राघव और कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस की जीनत सबा खान ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया.मौके पर स्वाति के सदस्यों द्वारा राउंड टेबल चर्चा का आयोजन किया गया.
पैनल सदस्यों में शामिल पूर्व सीनियर जेनरल मैनेजर डॉ इंदु सिंह, दीपाली तलवार, उपाध्यक्ष आलोक कनागत, टिनप्लेट के एमडी तरुण डागा. रुचि नरेंद्रन इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं. 25 जुलाई को टाटा स्टील के 10 विभागों ने वार्षिक एथिक्स स्किट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था.जिसमें फ्लैट प्रोडक्ट टेक्नोलॉजी ग्रुप, वायर्स डिवीजन और सीएसआर ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार जीता. विजेता टीम ने एथिक्स माह के समापन समारोह में भी अभिनय का प्रदर्शन किया. अंग्रेजी स्लोगन प्रतियोगिता में टय़ूब के अनिरूद्घ चक्रवर्ती, एमइडी इलेक्ट्रिकल की एनी एंटनी, पीएसडी कुमारी उर्मिला द्विवेदी को क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेता घोषित किया गया. हिंदी स्लोगन प्रतियोगिता में टय़ूब एसबीयू के अनिल प्रसाद सिन्हा, एलडी 2 के सिसिलिया एस तिरू, सीएसडी राजीव कुमार सिंह को क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार मिला.