जमशेदपुर: सीटीएस (चेक ट्रंकेशन सिस्टम) चेक क्लियर के लिए दिल्ली में लगायी गयी चेक स्कैन मशीन की धीमी रफ्तार के कारण जमशेदपुर के करीब 70 हजार से अधिक चेक बैकलॉग में आ गये हैं.
हालत ऐसी हो गयी है कि एक चेक क्लियर होने में 10-12 दिन भी लग जा रहे हैं. इस कारण हर दिन किसी न किसी बैंक में हंगामा हो रहा है. एसबीआइ के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि नया सिस्टम अभी शुरू हुआ है, जिसके कारण कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जल्द ही इसकी खामियों को दूर कर लिया जायेगा. बैकलॉग की स्थिति में उन्हें मैन्युअल तरीके से ऑपरेट किया जा रहा है.सीटीएस चेक के पहले एमआइसीआर चेक सिस्टम कार्य करता था. सभी चेक यूनियन बैंक में एकत्र होते थे. यहां से उन चेकों को अलग-अलग संबंधित बैंक की शाखाओं में डिस्पैच किया जाता था. इस प्रक्रिया में 3-4 दिन लगते थे.
चेक रहेगा बैंक के पास, फोटो जायेगा दिल्ली
सीटीएस चेक जिस बैंक में जमा किया जायेगा. उसका मूल स्वरूप उसी शाखा में जमा रह जायेगा और उसकी फोटो कॉपी स्कैन के माध्यम से दिल्ली में आरबीआइ द्वारा लगाये गये क्लियरिंग हाउस को भेज दी जायेगी. क्लियरिंग हाउस अपने पोर्टल के माध्यम से चेक भेजने वाले के खाता में बैलेंस की स्थिति-स्पेसीमैन साइन की पड़ताल कर लेगा. सही पाये जाने पर उसे पारित कर देगा और संबंधित शाखा को उसकी जानकारी 30 मिनट के अंदर प्रदान कर देगा.