मेरा सहारा था बंधन, छोड़ गया, तू ऐसे लौटकर आयेगा, पता नहीं था

जमशेदपुर : जुगसलाई रंग गेट से 100 मीटर पहले बुधवार की रात बाइक के डिवाइडर से टकराने से मारे गये अमित सिंह और बंधन पात्रो का शव गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद बागबेड़ा स्थित गांधीनगर बस्ती पहुंचा. एक ही बस्ती में दो शव पहुंचने से कोहराम मच गया. बंधन का शव उसके घर पहुंचते ही […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 2, 2019 7:30 AM

जमशेदपुर : जुगसलाई रंग गेट से 100 मीटर पहले बुधवार की रात बाइक के डिवाइडर से टकराने से मारे गये अमित सिंह और बंधन पात्रो का शव गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद बागबेड़ा स्थित गांधीनगर बस्ती पहुंचा. एक ही बस्ती में दो शव पहुंचने से कोहराम मच गया.

बंधन का शव उसके घर पहुंचते ही उनकी मां व बहनें रोने-बिलखने लगी. बंधन की मां सुकमती देवी की चीख में उनका दर्द छलक रहा था. मां ने कह रही थी कि अब मेरा ख्याल कौन रखेगा, तेरे पिता पहले ही छोड़ गये, एक तू ही तो मेरा सहारा था.
डीजे म्यूजिक का काम करने वाले बंधन से बड़ी तीन बहने हैं, जिनकी शादी हो गयी है. बहनें रो-रोकर कह रहीं थीं कि उनका तो एक ही भाई था, उसे भी भगवान ने छीन लिया, वे अब किसे राखी बांधेगी. सभी बार-बार एक ही बात बोल रही थी कि बाबू उठ जा, उन्हें राखी बांधना है.
इधर, अमित सिंह के घर का भी यही हाल था. अमित की मां और बहन की चीख सुन पूरे मोहल्ले के लोग रो उठे. घर पर शव पहुंचते ही मां बेसुध हो गयी. महिलाएं उन्हें संभालने में लगी थी. मां कह रही थी, बेटा तू बोल कर गया था, दोस्त से मिल कर आ जायेगा, लेकिन तू लौट कर क्यों नहीं अाया. तू ऐसे आयेगा, ये नहीं कहा था. दोनों के शव का अंतिम संस्कार पार्वती घाट पर किया गया.
दोस्तों की मौत से भी नहीं ली सीख
बंधन व अमित की शव यात्रा में उसके दोस्त व सगे संबंधी 50 से अधिक बाइक पर ट्रिपल राइडिंग चल रहे थे. इसमें से किसी ने हेलमेट नहीं पहन रखा था.
एक ओर जहां इस बात की चर्चा होती रही कि अगर अमित व बंधन हेलमेट पहना होता, तो शायद उन्हें गंभीर चोटें नहीं आती और उनकी जान बच सकती थी. इसके बावजूद इस बात का ख्याल उनके दोस्तों ने नहीं रखा.
अमित सबसे बड़ा था
अमित सिंह दो भाई व एक बहन में बड़ा था. उनके पिता राजेश व मां सीमा देवी खुद को संभाल नहीं पा रहे थे. लोग उन्हें पकड़े हुए थे. बहनों का कहना था कि अब वह किसको राखी बांधेगी. अमित का छोटा भाई सुमित अभी पढ़ाई कर रहा है. अमित के पिता राजेश सिंह ऑटो चलाते हैं और अमित भी ऑर्डर आने पर कभी-कभी ऑटो लेकर जाता था.
शिव के रूप में नृत्य करता था बंधन, 28 को देवघर से लौटा था
जमशेदपुर : बंधन पात्रो कलाकार भी था, जो शिव भजन व डीजे पर अपनी कला प्रस्तुत करता था. अभी हाल ही में भाजपा नेता विकास सिंह द्वारा बाबा वैद्यनाथ सेवा संघ की ओर से नि:शुल्क कांवर यात्रा में भी वह गया था.
यात्रा के दौरान शिविर में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बंधन ने शिव के रूप में नृत्य किया था. बंधन और अमित के मौत की सूचना मिलने पर विकास सिंह बागबेड़ा स्थित उसके आवास पहुंचे और परिवार वालों का ढाढ़स बांधा और सहयोग करने की बात कही.
14 को था बंधन का जन्मदिन
बंधन पात्रो का 14 अगस्त को जन्मदिन था. उसकी बड़ी बहन कोमल ने बताया कि प्रत्येक साल केक काटकर जन्मदिन मनाते थे. पिता के मृत्यु के बाद बंधन घर का मुखिया था. उसी की कमायी से घर परिवार चलता था.

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