जमशेदपुर: बीएड मेरिट लिस्ट में नाम होने के बावजूद कई विद्यार्थियों के नामांकन नहीं होने का मामला प्रकाश में आया है. बीएड नामांकन की अभ्यर्थी निशा अग्रवाल, अमृता (स्पोर्ट्स कोटा) काउंसलिंग में नहीं पहुंच सकी. निशा ने बताया कि काउंसलिंग चार व पांच को थी.
माउंट आबू से लौटने में समय लगा. छह को रविवार था. वह सात जुलाई को वीमेंस कॉलेज पहुंची, जहां काउंसलिंग की तिथि पर नहीं आने के कारण दाखिला लेने से इनकार कर दिया गया. बताया गया कि काउंसलिंग की तिथि बीत चुकी है, इसलिए नामांकन नहीं हो सकता. निशा ने कॉलेज की वोकेशनल को-ऑर्डिनेटर और प्रभारी प्राचार्या से मुलाकात कर अपनी परेशानी बतायी. रेलवे का टिकट भी दिखाया. बावजूद उसका सारा प्रयास बेकार रहा. वहीं अमृता के बीमार होने के कारण वह काउंसलिंग में शामिल नहीं हो सकीं. झरना मंडल व कुमारी रेखा महतो के सूची में नाम होने के बावजूद अयोग्य बताया गया है.
काउंसलिंग का नोटिस नहीं था : निशा
निशा ने बताया कि माउंट आबू में रहते हुए इंटरनेट के माध्यम से उन्होंने मेरिट लिस्ट देख ली थी. उसमें काउंसलिंग की कोई तिथि नहीं थी और न ही कॉलेज की ओर से कोई नोटिस दिया गया था. बल्कि प्रोस्पेक्टस में लिखा है कि प्रथम व द्वितीय मेधा सूची में चयनित जो अभ्यर्थी संबंधित तिथि के दौरान एडमिशन नहीं ले सके, तो 19 जुलाई को वे दाखिला ले सकते हैं. बावजूद वीमेंस में को-ऑर्डिनेटर व प्राचार्या ने दाखिला लेने से साफ इनकार कर दिया.
नोटिस दिया गया था : प्रभारी प्राचार्या
कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या डॉ सुमिता मुखर्जी ने बताया कि काउंसलिंग की तिथि बीत जाने के कारण अभ्यर्थी निशा का दाखिला लेने से इनकार किया गया है. हालांकि नोटिस नहीं दिये जाने की बात सही नहीं है. अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए नोटिस दिया गया था.
‘‘एडमिशन से पूर्व काउंसलिंग में सिर्फ प्रमाण पत्रों की जांच की जाती है. प्रथम व द्वितीय मेधा सूची में चयनित वैसे अभ्यर्थी, जो किसी कारणवश दाखिला नहीं ले सके हैं, उनके लिए नामांकन तिथि 19 जुलाई निर्धारित की गयी है. अत: इस अभ्यर्थी को परेशान नहीं होना चाहिए. डॉ आरपीपी सिंह, कुलपति, केयू