अब डाकिये घर तक पहुंचायेंगे पेंशनधारियों की पेंशन

रोहित कुमार सिंह, गया : अब डाकिया को पेंशनधारियों के घर तक पेंशन पहुंचने की जिम्मेदारी दी जायेगी. इसके लिए आपको सिर्फ उसे आधार नंबर और अपने अंगूठे की छाप देनी होगी. यह सुविधा पेंशनर्स को मुफ्त मिलेगी. सेवानिवृत्त कर्मियों को घर बैठे पेंशन उपलब्ध कराने के लिए डाक विभाग पेंशन आपके द्वार योजना अप्रैल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2019 5:39 AM
रोहित कुमार सिंह, गया : अब डाकिया को पेंशनधारियों के घर तक पेंशन पहुंचने की जिम्मेदारी दी जायेगी. इसके लिए आपको सिर्फ उसे आधार नंबर और अपने अंगूठे की छाप देनी होगी. यह सुविधा पेंशनर्स को मुफ्त मिलेगी.
सेवानिवृत्त कर्मियों को घर बैठे पेंशन उपलब्ध कराने के लिए डाक विभाग पेंशन आपके द्वार योजना अप्रैल से शुरू करने जा रही है. योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए डाक विभाग आधुनिक सुविधा वाला मोबाइल सेट डाकिया को उपलब्ध करा रही है. इसमें डाक सेवा से जुड़ी कई सुविधाएं होंगी.
पेंशनर को डाक घर में अनुरोध पत्र देना पड़ेगा और सिर्फ आधार कार्ड नंबर, स्कैनर मशीन पर अंगूठा लगाने से ही आपका खाता खुल जायेगा. इसके बाद डाकिया हर माह पेंशनर के घर पेंशन पहुंचायेगा. सिर्फ मोबाइल की स्क्रीन पर अंगूठा लगाना पड़ेगा. स्वीकृति मिलते ही डाकिया पेंशन राशि उपलब्ध करा देगा.
जीवित होने का प्रमाणपत्र देने नहीं जाना पड़ेगा
प्रत्येक पेंशनर को हर साल नवंबर में जीवित प्रमाणपत्र देने के लिए बैंक या डाक घर जाना पड़ता है. लेकिन, नयी व्यवस्था में डाक घर जाने की जरूरत नहीं होगी.
सिर्फ डाकिया के मोबाइल पर अंगूठा लगाना पड़ेगा. जिले के डाकघरों में एक हजार 80 पेंशनधारी हैं. इसमें डाक विभाग, रेलवे और बीएसएनएल से सेवानिवृत्त कर्मचारी शामिल हैं.
इन पेंशनधारियों को अब पेंशन लेने के लिए स्थानीय डाकघरों में लाइन लगाने की जरूरत खत्म होने जा रही है.यह सुविधा पेंशनधारियों को अप्रैल माह से शुरू कर दी जायेगी.
क्या कहते हैं डाक अधीक्षक
इस संबंध में प्रवर डाक अधीक्षक रंजय कुमार सिंह ने बताया कि यह योजना अप्रैल माह तक शुरू की जायेगी. हालांकि,इस योजना की तैयारी हर स्तर पर शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि डाकिया को प्रशिक्षण देने का काम भी शुरू की जायेगी.
उन्होंने कहा कि डाकिया को आधुनिक मोबाइल व हैंड हेल्ड मशीन उपलब्ध करायी जायेगी. इससे घर बैठे पोस्टल बैंक से रुपये निकाल सकते हैं और पेंशन पा सकते हैं. वहीं पेंशनधारियों को भी अपने मोबाइल में एप डाउनलोड करना होगा.

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