एमजीएम में पेट दर्द की शिकायत पर डॉक्टर ने पांच मिनट में लगा दी चार सूई, मरीज की मौत, हंगामा

जमशेदपुर : एमजीएम में पांच दिन से एडमिट बबलू कर्मकार (35) की रविवार की रात मौत के बाद परिजनों ने रात 10.30 से 11.30 बजे तक जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर और नर्स ने इलाज में लापरवाही की, जिसके कारण उसकी मौत हो गयी. देवनगर भुइयांडीह के रहने वाले बबलू को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 11, 2019 7:04 AM
जमशेदपुर : एमजीएम में पांच दिन से एडमिट बबलू कर्मकार (35) की रविवार की रात मौत के बाद परिजनों ने रात 10.30 से 11.30 बजे तक जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर और नर्स ने इलाज में लापरवाही की, जिसके कारण उसकी मौत हो गयी. देवनगर भुइयांडीह के रहने वाले बबलू को चर्म रोग की शिकायत थी.
शुरू से उसका इलाज एमजीएम अस्पताल में चल रहा था. हाथ और शरीर के अन्य जगह के चमड़े फटने और दर्द की शिकायत को लेकर बबलू काे एडमिट किया गया था. बबलू के भाई लालचंद महतो ने बताया कि डॉक्टरों ने इलाज में लापवाही के कारण मरीज के मौत हुई है.
लालचंद के अनुसार बबलू को रात नौ बजे से ही पेट में दर्द हो रहा था. शिकायत करने पर पहले एक सिस्टर ने आकर इंजेक्शन लगाया, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा. उसके बाद दो दवा देकर चली गयी. फिर भी दर्द कम नहीं हुआ. उसके बाद एक डॉक्टर वहां पहुंचे , उसने पहले बबलू के पेशाब के रास्ते में पाइप डाला, उसके बाद तीन इंजेक्शन बांह में लगा दी. इंजेक्शन लगाने के साथ ही बबलू छटपटाने लगा और उसने दम तोड़ दिया.
लालचंद्र ने मौके पर ही डॉक्टर काे पकड़ लिया था, लेकिन हंगामा होने और अस्पताल स्टॉफ के जुटने के बाद डॉक्टर मौका देख वहां से भाग गये. अस्पताल में तैनात पुलिस बल ने लालचंद्र को आश्वासन दिया कि वे उसकी शिकायत को दर्ज करायेंगे.
बबलू के तीन छोटे बच्चे हैं : बबलू शादीशुदा है. बबलू लोहार का काम करता है. उसकी कमाई से घर चलता था. बबलू की तीन छोटे छोटे बच्चे हैं. पति की मौत के बाद पत्नी टूंपा कर्मकार का रो राेकर बुरा हाल था. इधर घटना की सूचना मिलने पर देवनगर से सभी परिचित अस्पताल में जुट गये थे.
सभी ने डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए हंगामा किया, लेकिन रात होने की वजह से उनकी सुनने वाला कोई नहीं था. भाई लालचंद्र कर्मकार ने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे लोग अस्पताल का घेराव कर देंगे.

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