जमशेदपुर : बारीडीह में नहीं, एनएच के किनारे ही बनेगा अंतरराज्यीय बस स्टैंड

जमशेदपुर : एनएच किनारे डिमना चौक के नजदीक वसुंधरा स्टेट के पास जल संसाधन विभाग की पूर्व से चिह्नित जमीन पर ही अंतरराज्यीय बस पड़ाव बनाया जायेगा. नगर विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने जुडको के महाप्रबंधक को इस आशय का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है. एनएच किनारे वसुंधरा स्टेट के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 25, 2019 6:43 AM
जमशेदपुर : एनएच किनारे डिमना चौक के नजदीक वसुंधरा स्टेट के पास जल संसाधन विभाग की पूर्व से चिह्नित जमीन पर ही अंतरराज्यीय बस पड़ाव बनाया जायेगा. नगर विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने जुडको के महाप्रबंधक को इस आशय का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है.
एनएच किनारे वसुंधरा स्टेट के समीप लगभग 38 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक आइएसबीटी बनाने के लिए जल संसाधन विभाग की जमीन चिह्नित की गयी थी अौर जल संसाधन विभाग द्वारा नगर विकास विभाग को शर्तों के साथ एनअोसी दी गयी थी. शर्तों के कारण वहां आइएसबीटी नहीं बनाने का निर्णय लिया गया था अौर बारीडीह में आइएसबीटी बनाने के लिए स्थल निरीक्षण किया गया था.
जुडको के महाप्रबंधक ने नगर विकास विभाग के सचिव को जानकारी दी है कि आइएसबीटी के लिए बारीडीह क्षेत्र का निरीक्षण किया गया था अौर पाया गया कि इस क्षेत्र के पहुंच पथ में काफी ट्रैफिक है. इसलिए बारीडीह क्षेत्र आइएसबीटी के लिए उपयुक्त नहीं है.
जुडको के महाप्रबंधक द्वारा जल संसाधन विभाग के स्वर्णरेखा परियोजना की पूर्व में चिह्नित जमीन पर आइएसबीटी के निर्माण पर विचार करने का सुझाव दिया गया, जिस पर नगर विकास विभाग के सचिव ने जल संसाधन विभाग की चिह्नित जमीन पर आइएसबीटी के निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश जुडको को दिया है. आइडीइसीके के प्रतिनिधि को गुजरात मॉडल पर झारखंड के विभिन्न शहरों में आइएसबीटी का पीपीपी मोड पर निर्माण के लिए 27 फरवरी तक पॉलिसी तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
तीन साल से चल रही है आइएसबीटी बनाने की प्रक्रिया
तीन साल से ज्यादा समय से आइएसबीटी बनाने की प्रक्रिया चल रही है. आइएसबीटी का डीपीआर भी बनाया जा चुका है तथा वसुंधरा स्टेट के समीप कई बार जमीन का निरीक्षण भी किया गया. बाद में उसके स्थान पर बारीडीह में आइएसबीटी बनाने का निर्णय लिया गया, लेकिन वह जगह उपयुक्त नहीं पायी गयी अौर तीन साल बाद पुन: उसी जमीन पर आइएसबीटी बनाने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया गया है.

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