जमशेदपुर : डॉक्टर को दिखाने के लिए पर्ची की लाइन में थी मां, बेटे ने कुर्सी पर ही तोड़ दिया दम

जमशेदपुर : परसुडीह निवासी अजय प्रसाद (37) की बुधवार को एमजीएम अस्पताल में समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण मौत हो गयी. उन्हें सांस लेने में परेशानी के बाद सदर अस्पताल ले जाया गया था. जहां से उन्हें एमजीएम भेज दिया गया. एमजीएम अस्पताल में मां मीना देवी उसे इमरजेंसी में नहीं ले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 22, 2019 1:46 AM

जमशेदपुर : परसुडीह निवासी अजय प्रसाद (37) की बुधवार को एमजीएम अस्पताल में समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण मौत हो गयी. उन्हें सांस लेने में परेशानी के बाद सदर अस्पताल ले जाया गया था. जहां से उन्हें एमजीएम भेज दिया गया. एमजीएम अस्पताल में मां मीना देवी उसे इमरजेंसी में नहीं ले जाकर ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर के सामने कुर्सी पर बैठाकर पर्ची बनवाने के लिए लाइन में लग गयी.

तभी अजय बेहोश होकर गिर पड़ा. अस्पताल के कर्मचारी उसे उठाकर इमरजेंसी में ले गये, जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर सही जानकारी उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया. परिजनों का कहना था कि अगर सही जानकारी मिल जाती और अजय को समय पर इमरजेंसी में लेकर चली जाती, तो शायद उसकी जान बच जाती. परिजनों ने कहा कि अस्पताल में पूछताछ केंद्र तक नहीं है, जहां लोग जरूरी पड़ने जानकारी ले सकें.

फाइलेरिया से था पीड़ित. अजय की मां ने बताया कि अजय को फाइलेरिया थी और वह दिव्यांग था. वह बोलने व चलने में असमर्थ था. तीन दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर उसे स्थानीय डाॅक्टर को दिखाकर दवा ली थी. तब उसकी तबीयत ठीक हो गयी थी. आज अचानक सांस लेने दिक्कत होने पर उसे सदर अस्पताल लेकर गये. वहां से एमजीएम भेज दिया गया. यहां बिना इलाज कराये ही उसकी मौत हो गयी.
परसुडीह के अजय प्रसाद को लेकर सदर पहुंचे थे परिजन, वहां से एमजीएम भेज दिया थागंभीर मरीज को इमरजेंसी ले जाया जाता है ताकि तत्काल इलाज हो सके. उसके बाद परिजनों को पर्ची बनवाने को कहा जाता है. जानकारी के अभाव में उन्हें इलाज नहीं मिल पवाया. मरीज की मौत का दुख है.
डॉ. नकुल चौधरी, उपाधीक्षक, एमजीएम

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