जमशेदपुर : किसी मरीज का फेफड़ा व दिल काम करना बंद कर देता है, तो उसे एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मैम्ब्रेन ऑक्सीजेनेशन (इसीएमओ) डिवाइस लगायी जाती है. इस मशीन द्वारा मरीज सांस ले सकता है.
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दिल काम नहीं करने पर लगती है इसीएमओ मशीन
जमशेदपुर : किसी मरीज का फेफड़ा व दिल काम करना बंद कर देता है, तो उसे एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मैम्ब्रेन ऑक्सीजेनेशन (इसीएमओ) डिवाइस लगायी जाती है. इस मशीन द्वारा मरीज सांस ले सकता है. ये बातें शनिवार को टीएमएच प्रेक्षागृह में क्लिनिकल सोसायटी के 55वें वार्षिक सम्मेलन में कोलकाता के डॉक्टर अविरल रॉय ने कही. टाटा मेन […]
ये बातें शनिवार को टीएमएच प्रेक्षागृह में क्लिनिकल सोसायटी के 55वें वार्षिक सम्मेलन में कोलकाता के डॉक्टर अविरल रॉय ने कही. टाटा मेन अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि इसीएमओ डिवाइस एक लाइफ सपोर्ट सिस्टम है.
डिवाइस शरीर को उस समय ऑक्सीजन सप्लाई करने में सहयोग करता है. उन्होंने कहा कि डिवाइस को शरीर की धमनी (नस) से जाेड़ देने से बाईपास विधि से खून पूरे शरीर में प्रवाहित होती है. इसीएमओ ब्लड में आक्सीजन जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड निकालती है. यह खून को हृदय और फेफड़ों से भी बायपास करने देती है.
कार्यक्रम में टीएमएच क्लिनिकल सोसायटी के अध्यक्ष डॉ विजया भरत ने भी विचार रखा. सेमिनार में लगभग 30 डॉक्टरों ने अपना पेपर प्रस्तुत किया. प्रोग्राम में डीएनबी (डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड) के विद्यार्थियों के साथ कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन सत्र का आयोजन किया गया. सेमिनार में देश-विदेश के 150 डॉक्टरों ने हिस्सा लिया.
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