14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जमशेदपुर : हमार अक्की का बिगड़ले रहे कि तू ओकरो के जान मार देहलह.

जमशेदपुर : ओकरा तो दुनियादारी के समझ भी ना रहे, फिर अइसन काहे कइल. अतना समझदार होके अइसन कदम काहे उठइल हो बाबू. हमनी के तू बर्बाद कर देहलह. अतना पढ़-लिख कर अइसन काम ना करल चाहत रहे. विजया गार्डेन में मां तारामुनी पुत्र निशांत और पोते अक्की उर्फ अक्षत के शव से लिपट कर […]

जमशेदपुर : ओकरा तो दुनियादारी के समझ भी ना रहे, फिर अइसन काहे कइल. अतना समझदार होके अइसन कदम काहे उठइल हो बाबू. हमनी के तू बर्बाद कर देहलह. अतना पढ़-लिख कर अइसन काम ना करल चाहत रहे. विजया गार्डेन में मां तारामुनी पुत्र निशांत और पोते अक्की उर्फ अक्षत के शव से लिपट कर बार-बार यही रट रहीं थीं. रुदन के साथ निशांत की मां बार-बार बेहोश हो जा रही थी. होश में आते ही वह फिर से शव से लिपट जा रही थी.

बुधवार को निशांत, पत्नी पूर्णिमा व बेटे अक्की का शव टाटा मोटर्स अस्पताल से विजया गार्डेन लाया गया. ट्रक से शवों को उतारने के साथ ही परिवार के सदस्य और आसपास के लोग चीत्कार मारकर रोने लगे. तीनों शव बारी-बारी से फ्लैट के भीतर ले जाया गया. शव देखकर परिवार की महिलाएं और पुरुष स्वयं को रोक नहीं सके. महिलाओं के रुदन से छोटे-छोटे बच्चे और आसपास के लोग भी खुद को नहीं रोक सके और पूरा माहौल गमगीन हो गया.
यहां हर आंख नम थी. कुछ देर बाद ही विजया गार्डेन से निशांत, पूर्णिमा और अक्की की अंतिम यात्रा निकाली गयी. निशांत और पूर्णिमा की शवयात्रा अर्थी में सजाकर निकाली गयी जबकि अक्की का शव परिवार के लोग गोद में उठाकर चल रहे थे. शव यात्रा में परिवार के लोगों के साथ सोसाइटी की महिलाएं और पुरुष भी शामिल थे. तीनों का अंतिम संस्कार भुइंयाडीह सुवर्णरेखा घाट पर किया गया. ज्ञात हो कि विजया गार्डेन निवासी निशांत वैभव ने सोमवार रात अपनी पत्नी पूर्णिमा और पुत्र अक्की को जहर देकर मार डाला था. इसके बाद उसने स्वयं फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें