फर्जीवाड़ा. इनकम टैक्स विभाग ने एक पैन पर दो टैक्स रिटर्न से पकड़ी गड़बड़ी
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एक सर्टिफिकेट पर दस साल से दो शिक्षिकाएं कर रहीं सरकारी नौकरी
फर्जीवाड़ा. इनकम टैक्स विभाग ने एक पैन पर दो टैक्स रिटर्न से पकड़ी गड़बड़ी 12 साल से सरकार से ले रहीं थी वेतन का भुगतान, अब दे दिया इस्तीफा जमशेदपुर : फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी हासिल करने की बात तो सुनी गयी थी, लेकिन एक सर्टिफिकेट पर दो अलग-अलग लोगों को सरकारी नौकरी हासिल करने […]
12 साल से सरकार से ले रहीं थी वेतन का भुगतान, अब दे दिया इस्तीफा
जमशेदपुर : फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी हासिल करने की बात तो सुनी गयी थी, लेकिन एक सर्टिफिकेट पर दो अलग-अलग लोगों को सरकारी नौकरी हासिल करने का मामला पहली बार सामने आया है. मामला है जमशेदपुर के टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय का है.
अल्पसंख्यक मान्यता इस विद्यालय में सरकार की अोर से शिक्षकों को वेतन मिलता है. 10 साल पूर्व यहां तनुजा साव अौर शशिबाला नामक दो शिक्षिकाअों की नियुक्ति की गयी थी. दोनों की बहाली स्कूल प्रबंधन समिति ने की थी और तत्कालीन डीएसइ ने उसे अनुमोदित किया. दोनों का वेतन निर्धारण हुआ अौर दोनों वेतन हासिल करने लगी.
10 साल बाद एक पैन नंबर पर दो-दो महिलाओं द्वारा आइटी रिटर्न भरने की जांच में इनकम टैक्स विभाग ने फर्जीवाड़े का खुलासा किया. टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में नियुक्त दोनों शिक्षिकाअों का वास्तविक नाम कुछ अौर है जबकि दोनों तनुजा साव व शशिबाला नाम का सर्टिफिकेट प्रस्तुत कर नौकरी पा ली अौर अपना वास्तविक नाम छुपा कर वर्षों से नौकरी कर रही थी. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने जब फर्जी तनुजा साव को तलब किया, तो पूछताछ में सच्चाई सामने आ गयी.
अब जिला शिक्षा विभाग फर्जी शिक्षिका पर कार्रवाई करने जा रहा है.
दरअसल, टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय में प्रतिनियुक्त तनुजा साव (फर्जी) जिसका सर्टिफिकेट इस्तेमाल कर रही थी, उस वास्तविक तनुजा साव ने बोर्ड से अपना सर्टिफिकेट खो जाने का आवेदन देकर डुप्लीकेट सर्टिफिकेट हासिल कर लिया. उसी सर्टिफिकेट के आधार पर वह भी सरकारी स्कूल में बतौर सहायक शिक्षिका बहाल हो गयी. अभी वह उत्क्रमित विद्यालय बोदराटोला में पदस्थापित हैं. दोनों सरकार का वेतन ले रही थी अौर दोनों को इनकम टैक्स फाइल करना पड़ रहा था. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक ही पैन कार्ड धारक दो-दो महिलाओं के इनकम टैक्स फाइल करने का मामला पकड़ा.
इसके बाद दोनों को तलब किया गया. पूछ-ताछ के बाद पूरे मामले की सच्चाई सामने आयी. इस मामले को एसडीअो सिविल कोर्ट के पास मामला भेजा गया, जिसके बाद पकड़े जाने की डर से तथाकथित तौर पर फर्जी तनुजा साव ने टिनप्लेट आंध्रा मध्य विद्यालय से इस्तीफा दे दिया. जिला शिक्षा विभाग जब पूरे मामले की तह तक गयी उसके बाद पाया गया कि ठीक इसी प्रकार इसी स्कूल की दूसरी शिक्षिका ने भी किसी शशिबाला नामक महिला का अॉरिजिनल सर्टिफिकेट हासिल कर लिया था, अौर उसके नाम पर भी दूसरी एक महिला ने नौकरी पायी अौर वह अब तक नौकरी कर रही है. वास्तविक शशिबाला की खोज-खबर नहीं है. इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी की गयी है. इधर, इस मामले में गुरुवार को जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने एक बैठक बुलायी. इस बैठक में सभी पक्षों की जांच की गयी.
मामला धोखाधड़ी का है, आरोपी अभ्यर्थी के साथ स्कूल प्रबंधन पर भी होगी कार्रवाई : डीएसइ
जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने गुरुवार को पूरे मामले की जांच की. जांच के बाद उन्होंने बताया कि किसी महिला का वास्तविक सर्टिफिकेट हासिल कर उसके नाम पर नौकरी हासिल करने का संगीन मामला सामने आया है. इस मामले में न सिर्फ अारोपी शिक्षिका पर थाने में एफआइआर दर्ज किया जायेगा बल्कि स्कूल प्रबंधन समिति के खिलाफ भी पूरे मामले में साजिश रच कर सरकार के राजस्व का नुकसान व धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जायेगा.
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