दुकानदारों ने ओटीपी से निकाले राशन

खाद्य आपूर्ति विभाग में घोटाला, मंत्री सरयू राय ने दिये जांच के आदेश जमशेदपुर : राज्य के राशन दुकानों में ओटीपी के जरिये हर माह सैकड़ों लोगों को गलत तरीके से राशन का मामला सामने आया है. इसके तहत रांची, जमशेदपुर, पश्चिमी सिंहभूम, दुमका समेत अन्य जिले में 150 से ज्यादा दुकानों में ओपीटी जरिये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 16, 2018 6:12 AM

खाद्य आपूर्ति विभाग में घोटाला, मंत्री सरयू राय ने दिये जांच के आदेश

जमशेदपुर : राज्य के राशन दुकानों में ओटीपी के जरिये हर माह सैकड़ों लोगों को गलत तरीके से राशन का मामला सामने आया है. इसके तहत रांची, जमशेदपुर, पश्चिमी सिंहभूम, दुमका समेत अन्य जिले में 150 से ज्यादा दुकानों में ओपीटी जरिये सैकड़ों लोगों को राशन दे दिया गया है. आशंका जतायी जा रही है कि गलत तरीके से सिम लेकर उसके नंबर को फीडकर राशन ले लिया गया है. मंत्री सरयू राय ने इस मामले में सचिव को निर्देश दिया है. जरूरत पड़ने पर सभी राशन दुकानों के ओटीपी और उनके नंबरों की जांच कराने की बात कही है.
ओटीपी से कैसे की गयी गड़बड़ी. राज्य खाद्य आपूर्ति विभाग को मिली जानकारी के मुताबिक 50 से अधिक ओटीपी विभिन्न नंबरों पर भेजकर राशन का भुगतान कर दिया गया. इसके लिए राशन दुकानदारों ने अपने ही सिम नंबर का इस्तेमाल किया और उसको राशन कार्ड होल्डर के नाम के बदले फीड कर दिया और उससे एसएमएस पर ओटीपी मंगाकर राशन ले रहे थे.
कैसे होगी जांच. ओटीपी नंबर जेनरेट करने का सिस्टम समेत सभी मोबाइल नंबरों की जानकारी सॉफ्टवेयर अॉपरेटर कंपनियों के पास है. उसका डाटा मिलाकर अब उनकी पहचान करायी जायेगी. सैंपल सर्वे में ही इसका खुलासा हो जायेगा कि कितनी जगह घोटाला हुआ है.
पूर्वी सिंहभूम में 1200 कुष्ठ रोगियों को बायोमीट्रिक्स से मिली है छूट. पूर्वी सिंहभूम जिले में 1200 कुष्ठ रोगियों को बायोमीट्रिक्स सिस्टम में छूट दी गयी है क्योंकि उनकी अंंगुलियां सलामत नहीं है. इसके अलावा कई अन्य जिले में भी ऐसे रोगियों और कुछेक केस में छूट दी गयी है. इसके बदले उनका मोबाइल नंबर से ओटीपी लेकर राशन देने का प्रावधान किया गया है.
ओटीपी से कालाबाजारी हुई है, जांच करा रहे है
मंत्रीओटीपी के जरिए कई राशन दुकानदारों ने गड़बड़ी की है. राज्य के कई जिलों में ऐसी गड़बड़ियां सामने आयी हैं. इसकी जांच करा रहे हैं. जो भी दोषी पाये जायेंगे, वे बख्शे नहीं जायेंगे.
सरयू राय, मंत्री, खाद्य अापूर्ति व उपभोक्ता
क्या है ओटीपी सिस्टम
राज्य सरकार ने बायोमीट्रिक सिस्टम से राशन देने का नियम लागू किया था. जिसके तहत राशन दुकान में बायोमीट्रिक मशीन में अंगुली के निशान मिलने के बाद ही उपभोक्ता को राशन दिया जा सकता था. इस बीच कुछ लोगों को उंगली के निशान नहीं मिलने से राशन नहीं मिल पा रहा था. इसे देखते हुए सरकार ने फैसला लिया था कि जिनकी उंगली के निशान नहीं मिल रहे हैं वे अपना मोबाइल नंबर सभी जानकारी के साथ देंगे. उसी नंबर पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) भेज दिया जायेगा. इस पासवर्ड के जरिये राशन दुकानदार उसको राशन दे देगा.

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